बारिश के मौसम में पैरों की सेहत का ऐसे रखें ख्याल, 6 टिप्स

Webdunia
बारिश के मौसम में शरीर, कपड़ों और जूतों को तो आप जैसे-तैसे बचा लेते हैं, लेकिन फिर भी पैरों को बारिश के पानी, नमी और कीचड़ से हर समय बचा पाना मुश्किल होता है। इस मौसम में अगर पैर ज्यादा देर तक गीला रहे व उनमें नमी बनी रहे तो पैरों में सूजन, फोड़े-फुंसियां आदि समस्याएं होने की आशंका अधिक रहती हैं। 
 
आइए जानें, बारिश के मौसम में पैरों की देखभाल कैसे करें -
 
1. अपने पैरों को रोजाना दिन में तीन बार अवश्य धोएं। पैरों को गुनगुने साबुन वाले पानी से साफ करें। इसके बाद उन्हें ठंडे पानी से धोएं। पैरों को सूखे तौलिए से सुखाने के बाद फुट क्रीम लगाकर मसाज भी दें। इस बात का विशेष ध्यान रखें कि पैर मैले न रहें।
 
2. यदि आप घर पर ही पैडीकेयर (पैडीक्योर) कर रहे हैं तो आपको यह ध्यान रखना होगा कि आप जो उत्पाद इस्तेमाल कर रहे हैं वे आपके पैरों को सूट कर रहे हैं या नहीं। पैरों को स्टोन से अच्छे से रगड़कर साफ करना चाहिए। उंगलियों के बीच में विशेष सफाई करें।
 
3. एड़ियों को भी रगड़कर साफ करें। उम्दा क्वालिटी के फुट स्क्रबर का इस्तेमाल करना चाहिए। सोने से पहले अच्छे से पैर धो कर ही बिस्तर पर जाएं। 
 
4. नाखून ज्यादा लंबे ना रखें। लंबे नाखून भी कई बीमारियों को न्यौता देते हैं। नाखूनों में गंदगी जमा हो तो बैक्टीरिया को निमंत्रण देते हैं।
 
5. कभी ऐसा लगे कि पैरों में सूजन आ रही है तो फिटकरी के गर्म पानी में करीब 15 से 20 मिनट तक पैरों को डुबोकर रखें। यदि पैरों में ज्यादा सूजन हो तो एक सप्ताह में करीब 3 या 4 बार अवश्य ऐसा कर लें। इससे निश्चित ही पैरों की सूजन को आराम मिलेगा। यदि ज्यादा दिन तक आराम न हो तो डॉक्टर की सलाह लें।
 
6. ज्यादा देर तक बारिश के पानी में पैर रहने से मोटे-मोटे दाने निकल आते हैं। यह देखने में छोटे लगते हैं लेकिन मांस के अंदर गांठ बन जाती है तो काफी दर्द देते हैं। पैर नीचे रखने में यह बहुत ज्यादा चुभते हैं। फोड़े फुंसियों की शुरूआत होते ही डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए।

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

पार्टनर के लिए 20 बेहतरीन रोमांटिक गुड मॉर्निंग लव शायरी और कोट्स

भारत में कैसे आता है मॉनसून? समझिए बारिश का पूरा विज्ञान

बरखा की बूंदों में भीगी ये शायरी पढ़ कर दिल हो जाएगा तरोताजा

हेयर ट्रांसप्लांट ने लील ली 2 जिंदगियां, जानिए कितनी सेफ है ये सर्जरी, संभावित खतरे और किन लोगों को नहीं करवाना चाहिए ट्रांसप्लांट

प्री-मॉनसून और मॉनसून में क्या होता है अंतर, आसान भाषा में समझिए

सभी देखें

नवीनतम

अपनी बेटी को दें वेदों से प्रेरित सुंदर नाम, जानें उनके गहरे अर्थ

घर के चिराग को दें वेदों से प्रभावित नाम, दीजिए बेटे के जीवन को एक सार्थक शुरुआत

प्रधानमंत्री का संदेश आतंकवाद के विरुद्ध मानक

मोहब्बत, जिंदगी और सियासत पर राहत इंदौरी के 20 दमदार और मोटिवेशनल शेर

कितनी है कर्नल सोफिया कुरैशी की सैलरी, जानिए भारतीय सेना में इस पोस्ट का वेतनमान

अगला लेख