सौंदर्य प्रसाधनों का बढ़ता बाजार नित नई वस्तुओं से सज रहा है। ऐसे में असली के साथ मिलावटी प्रॉडक्ट्स भी बाजार में खपाए जा रहे हैं। नतीजा ढेर सारी सौंदर्य समस्याएँ। जरूरत है सजगता और सतर्कता की ताकि आप सौंदर्य के इन दुश्मनों से बच सकें।
सुंदर दिखना एक स्वाभाविक चाहत है। इसके कारण कॉस्मेटिक्स उत्पादों की माँग भी लगातार बढ़ी है। इसके बहुत से कारण हैं जैसे मॉल संस्कृति, खरीदने की बेहतर शक्ति, महिलाओं और पुरुषों दोनों में अच्छा दिखाई देने की चिन्ता, नौकरी का स्वरूप, टीवी के विज्ञापन, कॉस्मेटिक उत्पादों की विस्तृत रेंज की उपलब्धता इत्यादि। यूएस कमर्शियल सर्विसेस अमेरिकी दूतावास नई दिल्ली द्वारा प्रकाशित एक अनुमान के अनुसार भारत में कॉस्मेटिक्स पर होने वाला प्रति व्यक्ति खर्च लगभग तीस रुपए है। वहीं वर्तमान में बाजार में कॉस्मेटिक उद्योग 4,300 करोड़ रुपए का है। पिछले कई सालों में कॉस्मेटिक का इस्तेमाल कई गुना बढ़ गया है जिसका नतीजा यह हुआ है कि इसका उत्पादन निर्यात, वितरण और बिक्री भी बढ़ गई है। लेकिन इस होड़ के कारण नकली उत्पाद तथा गुणवत्ताहीन सामग्री भी बाजार में बड़ी मात्रा में आ रही है।
ऐसे उत्पादों में कुछ ऐसे अंश होते हैं जो नुकसानदेह साबित हो सकते हैं, उन पर नियंत्रण किए जाने की जरूरत है। जैसे भौहों, बरौनियों पर या आँखों के आसपास इस्तेमाल किए जाने वाले ऐसे कॉस्मेटिक्स जिनमें कोलतार के डाई हों, या सीसे या पारे के मिश्रण से बनाए जाने वाले कॉस्मेटिक त्वचा व आँखों के लिए घातक हो सकते हैं। कॉस्मेटिक्स के उत्पाद औषधि और कॉस्मेटिक्स अधिनियम 1940 और नियमावली 1945 (अनुसूची 4) के उपबंधों के अनुसार तैयार होने चाहिए, अतः आप जब भी कॉमेटिक्स खरीदें या उपयोग में लाएँ, सावधानी जरूर बरतें। इस संबंध में उपभोक्ताओं को जागरुक रहने की आवश्यकता है।
आइए देखते हैं कि कॉस्मेटिक्स को खरीदते समय किन-किन बातों को ध्यान में रखना चाहिए-
* कॉस्मेटिक का नाम, निर्माता का नाम और पूरा पता जहाँ कॉस्मेटिक्स तैयार किया गया है।
* ठोस के लिए वजन, तरल के लिए तरल के माप इत्यादि का उल्लेख हो।
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* सुरक्षित इस्तेमाल के लिए पर्याप्त निर्देश हों।
* ग्राहक द्वारा पालन किए जाने वाले विशेष निर्देश या चेतावनी या सावधानी लिखित में साथ हो।
* ऐसे संघटकों के नाम और मात्राओं का विवरण जो खतरनाक और जहरीले हों।
* एक सुस्पष्ट बैच नंबर हो।
* विनिर्माण लाइसेंस नंबर- इस नंबर से पहले अक्षर 'एम' लिखा जाता है।
* एमआरपी अधिकतम रिटेल मूल्य अंकित हो।
उपयोग करते समय ध्यान रखने योग्य बाते ं
* रात को सोने से पहले त्वचा को साफ करें और पूरे मेकअप को साफ कर दें।
* एलर्जी संबंधी प्रतिक्रिया करने वाले किसी उत्पाद का इस्तेमाल तुरंत बंद कर दें।
* यदि कॉस्मेटिक्स का रंग बदल जाए या उसमें किसी प्रकार की दुर्गंध आने लगे तो उसे तुरंत फेंक दें।
* उत्पाद का मूल गाढ़ापन वापस लाने के लिए उसमें कभी भी कोई तरल पदार्थ न मिलाएँ।
* अन्य तरल पदार्थ मिलाने से उसमें बैक्टीरिया पैदा हो सकते हैं।
* यदि आँखों में संक्रमण हो तो आँखों के मेकअप का इस्तेमाल न करें।
* कार या बस में चलते समय आँखों में मेकअप न लगाएँ इससे चोट लगने से लेकर अंधेपन जैसी बड़ी बीमारी भी हो सकती है।
* कॉस्मेटिक उत्पादों को सूर्य की रोशनी से दूर रखें।
* कॉस्मेटिक्स को बच्चों की पहुँच से भी दूर रखें।
* जब कॉस्मेटिक इस्तेमाल न किया जा रहा हो तो उसके कंटेनर को कस कर बंद करके रखें।
* हेयर स्प्रे का इस्तेमाल कभी भी धूम्रपान करते हुए या आग के पास न करें।
* हेयर स्प्रे का इस्तेमाल करते समय सावधान रहें क्योंकि इन उत्पादों से साँस की बीमारी भी हो सकती है या फेफड़े खराब हो सकते हैं।