श्रेयसी सिंह ने जीती जमुई सीट, RJD उम्मीदवार को 41000 से ज्यादा वोटों से हराया

Webdunia
मंगलवार, 10 नवंबर 2020 (22:45 IST)
जमुई। बिहार के जमुई जिले में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) और निर्दलीय उम्मीदवार की जीत से महागठबंधन शून्य पर आउट हो गई है। जमुई सीट पर पहली बार चुनावी रण में निशाना साधने उतरीं पूर्व केंद्रीय मंत्री दिग्विजय सिंह की पुत्री एवं अंतरराष्ट्रीय शूटर भाजपा की श्रेयसी सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्धंदी पूर्व केन्द्रीय मंत्री जयप्रकाश यादव के भाई और राष्ट्रीय जनता दल (RJD) प्रत्याशी विजय प्रकाश यादव को 41049 के अंतर से पराजित किया। भाजपा ने यह सीट राजद से छीनी।
ALSO READ: Live Commentary : बिहार में रोमांचक मुकाबला, लाइव अपडेट
चकाई सीट से निर्दलीय उम्मीदवार और पूर्व कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह के पुत्र सुमित कुमार सिंह ने अपने निकटतम प्रतिद्धंदी राजद प्रत्याशी और निवर्तमान विधायक सावित्री देवी को बेहद ही कड़े मुकाबले में 581 मतों के अंतर से हराया। निर्दलीय प्रत्याशी सुमित कुमार सिंह ने यह सीट राजद से छीनी।
 
झाझा सीट से जदयू के दामोदर रावत ने राजद के राजेन्द्र प्रसाद को 1679 मतों के अंतर से पराजित कर दिया। इस सीट पर वर्ष 2015 में भाजपा ने जीत हासिल की थी।
ALSO READ: कांग्रेस के 'वोट कटवा' कहने पर भड़के औवेसी, बोले- जनता ने दिया माकूल जवाब
सिकंदरा (सु) सीट से राजग के घटक हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) की टिकट पर पहली बार चुनाव लड़ रहे प्रफुल्ल कुमार मांझी ने कांग्रेस कांगेस प्रत्याशी और निवर्तमान विधायक सुधीर कुमार सिंह उर्फ बंटी को 5505 मतों के अंतर से परास्त कर दिया। हम ने यह सीट कांग्रेस से छीनी।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

डिम्पल यादव बोलीं, BJP अगर लोकसभा चुनाव जीती तो भारत 15 साल पीछे चला जाएगा

मणिपुर हिंसा के 1 साल बाद कितने बदले हालात, कौन जगा रहा है उम्मीद की किरण?

कल्पना सोरेन बोलीं, अन्याय के खिलाफ लड़ाई में अपने योद्धा पति के नक्शेकदम पर चलूंगी

भगवाधारी हुए ओवैसी, पुजारी ने गले में भगवा डाला तो हाथ जोड़कर मुस्‍कुरा दिए, वीडियो वायरल

पंजाब में 3 बड़े मुद्दे तय करेंगे राजनीति का रुख, आखिर कौनसी पार्टी दिखाएगी दम

Paytm को लगा बड़ा झटका, COO और प्रेसीडेंट भावेश गुप्ता ने दिया इस्तीफा

Terrorist Attack : जम्मू-कश्मीर के पुंछ में एयरफोर्स के काफिले पर बड़ा आतंकी हमला, 1 जवान शहीद

मणिपुर हिंसा के 1 साल बाद कितने बदले हालात, कौन जगा रहा है उम्मीद की किरण?

NOTA के समर्थन में फोन कर रहे लोग, BJP ने जो किया, अक्षय बम के मैदान छोड़ने पर क्या बोलीं सुमित्रा महाजन

Prajwal Revanna के पिता SIT की हिरासत में, कोर्ट ने खारिज की थी अग्रिम जमानत याचिका

अगला लेख