Rahul Gandhi : पिता ने पहाड़ खोद बनाई थी सड़क, बेटा नहीं बना पाया पक्का मकान, 'माउंटेन मैन' दशरथ मांझी के बेटे को राहुल गांधी ने सौंपी घर की चाबी
गयाजी , मंगलवार, 19 अगस्त 2025 (18:38 IST)
राहुल गांधी बिहार में 'वोटर अधिकार यात्रा' निकाल रहे हैं। इस दौरान गयाजी में राहुल गांधी माउंटेन मैन दशरथ मांझी के बेटे भागीरथ मांझी से मिलने उनके घर पहुंचे। राहुल गांधी ने दशरथ मांझी के बेटे भागीरथ मांझी को पक्के मकान की चाबी सौंपी और प्यार से गले लगाया। दशरथ मांझी के बेटे भागीरथ मांझी ने जेडीयू का दामन छोड़ दिया है और कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए थे। पिछली बार राहुल गांधी के एक सम्मेलन के दौरान वे कांग्रेस में शामिल हो गए थे।
घर की दयनीय हालत देखकर किया था वादा
राहुल गांधी पिछली बार गयाजी दौरे पर आए थे तो 'माउंटेनमैन' दशरथ मांझी के पैतृक गांव गहलौर पहुंचे थे। दशरथ मांझी के घर पर जाकर उनके बेटे भागीरथ मांझी और उनके परिवार के अन्य सदस्य से मिले थे। वहां उन्होंने उनके घर की स्थिति देखी जो बहुत ज़्यादा दयनीय थी। फिर राहुल गांधी जी ने मांझी जी के परिवार के लिए घर बनवाने के बारे में सोचा और कुछ ही महीनों में घर बनकर तैयार भी हो गया।
कौन हैं दशरथ मांझी यानी माउंटेन मैन
दशरथ मांझी 'माउंटेन मैन' के नाम से मशहूर थे। दशरथ मांझी की पत्नी फगुनी देवी की मृत्यु 1959 में तब हो गई थी जब वह एक पहाड़ी के पार गुजर रही थीं। इस घटना ने दशरथ मांझी को दर्द से भर दिया और उन्होंने समाज हित में उस पहाड़ी को काटकर सड़क बनाने का निर्णय लिया ताकि अन्य लोग दुर्घटना से बचे रहें। दशरथ मांझी ने 1960 में यह काम शुरू किया और दो दशक से अधिक समय तक अकेले ही पहाड़ तोड़ते रहे। 22 साल में उन्होंने 360 फुट लंबी और 30 फुट चौड़ी सड़क बनाने में सफलता पाई और गया जिले के दो गांवों को जोड़ दिया। दशरथ मांझी की इस अद्वितीय उपलब्धि को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्यता मिली। उन्हें कई पुरस्कारों से सम्मानित किया गया, जिनमें पद्मश्री पुरस्कार भी शामिल है। दशरथ मांझी का निधन 17 अगस्त 2007 को हुआ था। Edited by : Sudhir Sharma