भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के महान योद्धा थे लाला लाजपत राय

WD Feature Desk
मंगलवार, 28 जनवरी 2025 (14:45 IST)
lala lajpat rai jayanti: लाला लाजपत राय एक महान देशभक्त थे, जिन्होंने भारत की आजादी के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। उनकी विरासत हमेशा हमारे लिए प्रेरणा का स्रोत रहेगी। लाला लाजपत राय, जिन्हें 'पंजाब केसरी' के नाम से भी जाना जाता है, भारत के स्वतंत्रता संग्राम के प्रमुख नेताओं में से एक थे। 'लाल-बाल-पाल' त्रिमूर्ति में शामिल, लाला जी ने भारत को अंग्रेजी शासन से मुक्त कराने के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया।ALSO READ: क्यों एक पाकिस्तानी को मिला था भारत रत्न सम्मान , जानिए पूरी कहानी
 
आइए जानते हैं उनके बारे में...
 
लाला लाजपत राय का प्रारंभिक जीवन : 
लाला लाजपत राय का जन्म 28 जनवरी, 1865 को पंजाब के धुडीके (फिरोजपुर) में हुआ था। उन्होंने लाहौर के गवर्नमेंट कॉलेज से कानून की पढ़ाई की। स्वामी दयानंद सरस्वती से प्रभावित होकर वे आर्य समाज से जुड़ गए।
 
राष्ट्रीय आंदोलन में लाला लाजपत राय का योगदान :
 
• लाल-बाल-पाल: लाला लाजपत राय, बाल गंगाधर तिलक और बिपिन चंद्र पाल को 'लाल-बाल-पाल' के नाम से जाना जाता था। ये तीनों ही भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के गरम दल के प्रमुख नेता थे।
 
• पंजाब नैशनल बैंक: उन्होंने पंजाब नेशनल बैंक की स्थापना की, जिसने भारतीय उद्योगों को बढ़ावा दिया।
 
• साइमन कमीशन विरोध: लाला लाजपत राय ने साइमन कमीशन का विरोध किया था, जिसके कारण उन्हें ब्रिटिश सरकार ने देश से निर्वासित कर दिया था।
 
• लाठी चार्ज: 1928 में लाहौर में साइमन कमीशन के विरोध प्रदर्शन के दौरान लाला लाजपत राय पर लाठी चार्ज किया गया था, जिससे उनकी मृत्यु हो गई।
 
• भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस : लाला लाजपत राय को भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के विशेष अधिवेशन का अध्यक्ष भी चुना गया था।
 
लाला लाजपत राय की विरासत : भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में लाला लाजपत राय ने अहम योगदान दिया। वे एक कुशल वक्ता, लेखक और संगठक थे। उनकी विरासत आज भी प्रासंगिक है। जानें खास बातें...
 
• राष्ट्रवाद: लाला लाजपत राय ने भारतीयों में राष्ट्रीय भावना जगाई।
• सामाजिक सुधार: उन्होंने सामाजिक सुधारों के लिए भी काम किया।
• शिक्षा: उन्होंने शिक्षा के महत्व पर जोर दिया और लाला लाजपत राय ने कई शैक्षणिक संस्थानों की स्थापना की।
 
कैसे मनाते हैं लाला लाजपत राय की जयंती : हर साल 28 जनवरी को लाला लाजपत राय की जयंती मनाई जाती है। इस दिन देश भर में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। लाला लाजपत राय के विचारों और कार्यों पर चर्चा करने के लिए सभाएं आयोजित की जाती हैं। इस दिन स्कूलों और कॉलेजों में लाला लाजपत राय के जीवन और उनके देशप्रेम के प्रति उनके कार्यों पर आधारित कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। लाला लाजपत राय के जीवन पर आधारित लेखन प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं। 
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।

ALSO READ: पद्मश्री, पद्म भूषण और पद्म विभूषण में क्या अंतर है, समझिए
 
 

सम्बंधित जानकारी

Show comments
सभी देखें

जरुर पढ़ें

कौन था वह राजकुमार, जिसकी हत्या विश्व युद्ध का कारण बन गई? जानिए कैसे हुई World War 1 की शुरुआत

कौन हैं भारत के सबसे अमीर मुस्लिम? भारत के सबसे बड़े दानवीर का खिताब भी है इनके नाम

डॉलर या पाउंड नहीं, ये है दुनिया की सबसे महंगी करेंसी, जानिए इसके मुकाबले कहां ठहरता है आपका रुपया

बरसात के मौसम में ये 5 आसान योगासन कर सकते हैं आपकी इम्युनिटी की रक्षा

सदाबहार की पत्तियां चबाकर खाने के ये 7 फायदे नहीं जानते होंगे आप

सभी देखें

नवीनतम

7 दिन शक्कर ना खाने से क्या होता है? क्या सच में कम होगा वजन?

डेंगू और चिकनगुनिया से बचाव के लिए अपनाएं ये जरूरी उपाय, मच्छरों से ऐसे करें खुद की सुरक्षा

एप्पल, नींबू या केला, क्या खाना सबसे ज्यादा फायदेमंद?

चेहरे पर दिखने वाले ये 7 संकेत बता सकते हैं आपके दिल की सेहत है खराब

Tulsidas Jayanti: तुलसीदास के 3 चुनिंदा दोहे जिनमें छुपा है श्रीराम जैसा जीवन जीने का रहस्य

अगला लेख