लंदन। पुलिस हिरासत के दौरान महिला कैदियों से जबरन शारीरिक संबंध बनाने वाले पुलिस अधिकारी को नौकरी से बर्खास्त कर दिया गया है। 46 वर्षीय आरोपी सार्जेंट रिचर्ड इवान को साउथ वेल्स पुलिस ने नौकरी से निकाल दिया। उस पर आरोप है कि उसने न सिर्फ महिलाओं के साथ जबर्दस्ती की बल्कि साथ में काम करने वाली महिला पुलिसकर्मियों को भी सताया। लेकिन 25 वर्ष तक पुलिस विभाग में काम करने वाले रिचर्ड का कहना है कि उन्होंने न तो महिलाओं के साथ सेक्स किया और न ही उनके नाजुक अंगों को चोट पहुंचाई।
विदित हो कि इस मामले को लेकर कोर्ट में चल रहे केस में उसे आरोपों से बरी कर दिया गया था, लेकिन पुलिस विभाग की विभागीय कार्रवाई में उसके खिलाफ 41 शिकायतें पाई गईं। डेली मिरर के अनुसार इवान पर आरोप लगा था कि उसने एक मामले में एक संदिग्ध महिला को हिरासत में लिया था और पुलिस वैन में ही उसे चूमने की कोशिश की थी। इसके बाद थाने में बने एक कमरे में उसने महिला के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाए।
एक अन्य महिला का आरोप था कि इवान ने उसे तो छोड़ दिया लेकिन उसकी बेटी पर बुरी नजर डाली। एक तीसरी महिला का कहना था कि आरोपी ने उसे गिरफ्तार किया और उसे जबर्दस्ती किस किया। उसने उसके नाजुक अंगों को भी चोट पहुंचाने का काम किया।
आरोप लगाने वाली एक महिला का कहना था कि जिस वक्त वह जेल में अपने कपड़े बदल रही थी तो उसने वहां लगे पर्दे को हटा और कहा कि वह उसके ब्रेस्ट देखना चाहता है। पर मामले के कोर्ट में पहुंचने के बावजूद उसके खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला और उसे आरोपमुक्त कर दिया गया।
साउथ वेल्स के पॉंटीपूल के पास रहने वाले इवान पर इंटरनेट के जरिए भी दुर्व्यवहार करने का आरोप लगा। उसके सीनियर पुलिस अधिकारियों के पास 41 शिकायतें दर्ज कराई गईं। इनमें हिरासत में ली गई महिलाओं और सहकर्मियों के यौन उत्पीड़न के मामले भी थे। इस मामले पर डिप्टी चीफ कांस्टेबल क्रेग गिल्डफोर्ड का कहना है कि रिचर्ड इवान का व्यवहार बेहद शर्मनाक रहा है। उसने महिलाओं के साथ बुरा व्यवहार तो किया ही लेकिन अपने वरिष्ठ अधिकारियों को भी गालियां दीं। मामले की विभागीय सुनवाई के दौरान स्टाफ के ही लोगों ने उसके खिलाफ पक्के सबूत दिए जिसके कारण उसे नौकरी से निकाल दिया गया।