'दिल दे दिया' सिंगर पायल देव बोलीं- किसी गाने को मधुर अंदाज में गाती हूं तो...

Webdunia
शनिवार, 1 मई 2021 (14:54 IST)
सलमान खान और जैकलीन फर्नांडिस पर फिल्माए गए फिल्म 'राधे' के गाने 'दिल दे दिया' की रिलीज के साथ ही गायिका पायल देव भी एक बार फिर से इतिहास रचने जा रहीं हैं। 'राधे' के इस गाने को हिमेश रेशमिया द्वारा संगीतबद्ध किया है तो वहीं पायल देव ने इसे अपनी सुमधुर आवाज से सजाया है।

 
पायल देव की पहचान एक बेहद ही व्यस्त संगीतकार के तौर पर होती है। यूं तो पायल ने अपने करियर की शुरुआत एक सिंगर के तौर पर की थी मगर अचानक कुछ ऐसा हुआ कि फिर वो एक गायिका के साथ एक संगीतकार के तौर पर भी पहचाने जाने लगीं।
 
उल्लेखनीय है कि अपनी बेहद अलहदा आवाज के लिए जाने जानेवाली और हर तरह के गानों को बहुत ही आसानी से गाने की काबिलियत रखनेवाली पायल देव देखते ही देखते सभी कम्पोजर की पहली पसंद बन गई हैं।
 
पायल देव कहती हैं, हर गाना अपने आप में अनूठा होता है और इसे अनूठा बनाते हैं इसके कम्पोजर और अरेंजर। ऐसे में एक सिंगर से उम्मीद की जाती है कि वो उम्दा तरीके से उन्हें गाए। हर बार जब मैं किसी गाने को मधुर अंदाज में गाती हूं तो वो मेरे लिए जीवन को बदलकर रख देनेवाला अनुभव साबित होता है।
 
'राधे' के 'दिल दे दिया' गाने के बारे में पायल कहती हैं कि ये गाना उनके लिए इसलिए भी बहुत अहम है क्योंकि इसके सलमान खान और हिमेश रेशमिया की जोड़ी भी जुड़ी हुई है जिसके लिए उन्होंने अपनी आवाज़ दी है। वो कहती हैं, हिमेश रेशमिया मेरी आवाज के टेक्सचर से अच्छी तरह से वाकिफ़ हैं। एक कम्पोजर के तौर पर वो अच्छी तरह से जानते हैं कि उन्हें क्या चाहिए। उनके लिए किसी गाने को गाना बेहद आसान होता है और इसी सहज तरीके से वे एक सिंगर को किसी गाने को गाने के लिए निर्देशित करते हैं।
 
पायल आगे कहती हैं, किसी भी गाने की खूबी उसमें अंतर्निहित मूड में होती है। इस गाने का मूड 'जुम्मे की रात' गाने जैसा है.। मैंने 'गेंदा फूल' और रेस 3 में 'सासें हुईं धुआं धुआं' भी गाया था। जैकलीन के लिए ये मेरा तीसरा तो वहीं सलमान के लिए ये मेरा चौथा गाना है। इस गाने को बेहतरीन अंदाज में गाने के लिए मैंने पूरी तरह से हिमेश भाई के निर्देशों का पाल‌न किया है।
 
उन्होंने मुझपर पूरा भरोसा था कि मैं इस गाने के साथ न्याय करूंगी। मुझपर उनका यूं यकीन करना मेरे लिए बहुत मायने रखता है। उन्हें मेरी आवाज का टेक्सचर बहुत पसंद हैं और वो मेरी आवाज के नए आयामों के साथ प्रयोग करते रहते हैं। वो मेरी आवाज़ के अलग टेक्सचर, अलग टोन, अलग तरह के फील के साथ गाने को एक अलग ऊंचाई पर ले जाते हैं। ये एक डांस ट्रैक है और जब आप इस तरह के गाने गाते हो तो उसके एक लिए एक ख़ास तरह का मूड होना मेरी लिए बहुत ज़रूरी होता है।
 
बता दें कि जब पायल का पहला सुपरहिट गाना 'तुम ही आना' रिलीज हुआ था तो एक‌ कम्पोज़र के‌ तौर पर उनके पास गानों के ऑफ़रों का अंबार लग गया था। तब से पायल ने एक के बाद एक क‌ई हिट गाने दिए हैं, फिर चाहे वो फ़िल्मों के गाने हों या फिर वो गाने डिजिटल रिलीज़ से जुड़े हों।
 
बेहद कम समय में ही उन्होंने अपने फैंस और चाहनेवालों की बदौलत एक कम्पोजर और गायिका के तौर पर अपनी अलग पहचान बना ली है। पायल ने अपने करियर की शुरुआत मुंबई में तमाम ब्रांड्स के एड फिल्मों, डाक्यूमेंट्रियों और कॉर्पोरेट्स के लिए फिल्मों के जिंगल्स को गाने से की थी। उन्होंने ग्रांड मस्ती का टाइटल सॉन्ग भी गाया था जो बेहद सुपरहिट साबित हुआ।
 
इनके अलावा पायल ने बाजीराव मस्तानी, रेस 3, दबंग 3, स्टूडेंट ऑफ द ईयर आदि कई फिल्मों‌ के लिए गाने गाए हैं। अगर इंडिपेंडेंट गानों की बात की जाए तो उनमें पायल ने गेंदाफूल, दिल चाहता है, क्यों, बारिश, बेपनाह प्यार आदि शामिल हैं। बात चाहे गाने की हो या फिर गानों को कम्पोज़ करने की, पायल को नए साउंड और स्टाइल को एक्सप्लोर करना बेहद पसंद है जिसमें पॉप, वेस्टर्न, जैज, गजल हिपहॉप, रॉक आदि का शुमार है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

बॉलीवुड हलचल

एजाज खान के इंस्टाग्राम पर 5.6 मिलियन फॉलोअर्स, चुनाव में मिले सिर्फ 155 वोट, यूजर्स ने लिए मजे

पुष्पा 2 : द रूल के गाने किसिक का प्रोमो रिलीज, अल्लू अर्जुन-श्रीलीला की केमिस्ट्री ने मचाया धमाल

IFFI 2024 : रणदीप हुड्डा ने की वीर सावरकर की तारीफ, बोले- स्वतंत्रता के लिए हथियार उठाने के लिए प्रेरित किया

धमाल मचाने के लिए तैयार हैं राम चरण, इस दिन यूएस में होगा गेम चेंजर का प्री-रिलीज इवेंट

फिल्म डिस्पैच में पत्रकार की भूमिका में नजर आएंगे मनोज बाजपेयी, इस दिन रिलीज होगी फिल्म

सभी देखें

जरूर पढ़ें

भूल भुलैया 3 मूवी रिव्यू: हॉरर और कॉमेडी का तड़का, मनोरंजन से दूर भटका

सिंघम अगेन फिल्म समीक्षा: क्या अजय देवगन और रोहित शेट्टी की यह मूवी देखने लायक है?

विक्की विद्या का वो वाला वीडियो फिल्म समीक्षा: टाइटल जितनी नॉटी और फनी नहीं

जिगरा फिल्म समीक्षा: हजारों में एक वाली बहना

Devara part 1 review: जूनियर एनटीआर की फिल्म पर बाहुबली का प्रभाव

अगला लेख