यह फिल्म मनिनी चटर्जी द्वारा लिखित पुस्तक ‘डू एंड डाय’ पर आधारित है जो 1930 में चटगाँव में हुई घटना पर आधारित है। चूँकि फिल्म 80 वर्ष पुरानी घटना को लेकर है, इसलिए दीपिका को मुग्ध कर देने वाला मेकअप का मोह छोड़ना पड़ा। वे इसके लिए तुरंज राजी हो गईं क्योंकि इस तरह के रोल निभाने के अवसर रोजाना नहीं मिलते।
दीपिका ने इस फिल्म के लिए परंपरागत बंगाली साड़ियाँ पहनी हैं। कॉन फिल्म समारोह में साड़ी पहनकर रेड कॉरपेट पर चलने वाली दीपिका को साड़ी पहनकर ‘खेलेंगे हम जी जान से’ के एक्शन दृश्यों को अभिनीत करने में काफी कठिनाई महसूस हुई। साड़ी पहनकर दौड़ना भी उनके लिए आसान नहीं रहा।
यह फिल्म इस वर्ष 3 दिसम्बर को प्रदर्शित होगी।