जानिए आदेश श्रीवास्तव के बारे में 10 बातें

Webdunia
शनिवार, 5 सितम्बर 2015 (12:45 IST)
1. अपने सुरीले, रोमांटिक गीतों के लिए मशहूर संगीतकार-गायक आदेश श्रीवास्तव ने हिन्दी फिल्मों में अमिताभ बच्चन से लेकर शाहरूख खान और रणबीर कपूर तक पुराने और नए दोनों तरह के कलाकारों के लिए संगीत रचना की थी।
2. चाहे वह ‘बागबान’ में अमिताभ, हेमा मालिनी पर फिल्माया गया भावुक गीत ‘मैं यहां तू वहां’ हो, शाहरूख की फिल्म ‘चलते चलते’ का ‘सुनो ना सुनो ना’ हो या रणबीर की ‘राजनीति’ का ‘मोरा पिया’ गाना, आदेश ने अपने साफ सुथरे, तरोताजा और सादगी से भरे संगीत से अपनी उत्कृष्टता दिखायी थी।
 
3. हिन्दी फिल्मों में अपने करियर के अलावा आदेश एकमात्र ऐसे भारतीय कलाकार थे जिन्होंने एकॉन, टी-पेन, नोरा जोन्स, सोल्जा बे, क्वीन लतीफा, शकीरा और विक्लेफ ज्यां जैसे अंतरराष्ट्रीय संगीत कलाकारों के साथ काम किया था।
 
4. आदेश ने अपने करियर में 100 से अधिक हिन्दी फिल्मों और कई एलबमों में संगीत दिया। आदेश का जन्म मध्य प्रदेश के जबलपुर में हुआ था। संगीत के प्रति अपने जुनून के कारण उन्होंने संगीतकार के तौर पर करियर बनाने का फैसला किया और अपनी किस्मत आजमाने मुंबई आ गए।
 
5. आदेश ने करीब एक दशक तक प्रसिद्ध संगीतकार जोड़ी लक्ष्मीकांत-प्यारेलाल के साथ काम किया और फिर पेशेवर संगीतकार के तौर पर काम करना शुरू कर दिया।
 
6. आदेश को पहला बड़ा ब्रेक 1993 में ‘कन्यादान’ फिल्म के साथ मिला। सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर ने उनके लिए अपना पहला गाना भी गाया लेकिन बदकिस्मती से फिल्म रिलीज नहीं हुई और आदेश के काम पर किसी का ध्यान नहीं गया।
 
7. आदेश की अगली फिल्म ‘जाने तमन्ना’ का भी यही हाल रहा और उनके काम पर लोगों का ध्यान नहीं गया। बहरहाल, ‘आओ प्यार करें’ फिल्म से वह चर्चा में आए। इस फिल्म की ‘हाथों में जो’ गीत हिट रहा और उनका सितारा चमक उठा।
 
आदेश की अन्य फिल्में ‘सलमा पे दिल आ गया’ और ‘शस्त्र’ थीं। फिल्म ‘शस्त्र’ के गीत ‘क्या अदा क्या जलवे तेरे पारो’ ने उन्हें शोहरत दिलाई। 1998 में ‘अंगारे’ फिल्म में दिया गया उनका संगीत भी हिट रहा।
 
8. आदेश ने कई गीत भी गाये जिसमें ‘सोना सोना’, ‘शावा शावा’, ‘गुस्ताखियां’ और उनके करियर की बेहतरीन ‘गुर नालों इश्क मीठा’ गीत शामिल है।
 
वर्ष 2000 में ‘कुंवारा’, ‘तरकीब’ और ‘शिकारी’ में उनके काम के लिए उन्हें वाहवाही मिली। 2001 में अभिषेक बच्चन के अभिनय से सजी ‘बस इतना सा ख्वाब है’ से उनकी सफलता का दौर जारी रहा।
 
अन्य फिल्में जिनमें उन्होंने संगीत दिया उनमें ‘रहना है तेरे दिल में’, ‘दीवानापन’, ‘चलते चलते’, ‘बाबुल’, ‘खुदा कसम’ और ‘कभी खुशी कभी गम’ शामिल हैं। उन्होंने पार्श्र्व गायन में भी हाथ आजमाया और 2010 में आयी ‘राजनीति’ फिल्म में उनका अर्ध शास्त्रीय गीत ‘मोरा पिया’ हिट रहा।
 
10. 2005 में वह एक टीवी रियलटी कार्यक्रम में एक जज की भूमिका में नजर आए और अगले साल बाल वैश्यावृति पर एक लघु फिल्म ‘सना’ का निर्देशन किया। वह ‘वर्ल्ड कप 2011’ फिल्म में कैमियो की भूमिका में भी नजर आए।(भाषा)
Show comments

पिता नहीं चाहते थे एक्टर बने विनोद खन्ना, तान दी थी बंदूक

हॉलीवुड डेब्यू को लेकर कैटरीना कैफ ने तोड़ी चुप्पी, बोलीं- मेरी जिंदगी का नया चैप्टर होगा...

बेटे के जन्म के बाद 32 किलो बढ़ गया था सोनम कपूर का वजन, बोलीं- सब कुछ बदल जाता है...

आमिर खान को किसने दिया मिस्टर परफेक्शनिस्ट का टैग, एक्टर ने खोला राज

सलमान खान के घर के बाहर फायरिंग केस : अनमोल बिश्नोई के खिलाफ जारी हुआ लुकआउट सर्कुलर

शिल्पा शेट्टी का सिल्क साड़ी-गाउन में किलर अंदाज, फैंस ने कहा गजब ढा दिया

Shaitaan movie preview: अजनबी बना शैतान, आफत में पड़ गई जान

तब्बू-करीना-कृति स्टारर फिल्म क्रू के प्रति दिलचस्पी जगाने वाले 5 कारण

शाहरुख खान एक-दो नहीं बल्कि 17 मोबाइल रखते हैं अपने पास

12वीं फेल एक्ट्रेस मेधा शंकर के पास अकाउंट में थे सिर्फ 257 रुपये, करना पड़ा कठिन संघर्ष