पणजी। भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव का शुभारंभ गुरुवार को भारतीय सिनेमा के दो दिग्गज अभिनेताओं अमिताभ बच्चन और रजनीकांत ने किया। पहली बार अपने पुराने स्थान से अलग 45वां भारतीय अंतरराष्ट्रीय फिल्म महोत्सव नव-निर्मित डॉक्टर श्यामा प्रसाद मुखर्जी इंडोर स्टेडियम में आयोजित किया जा रहा है। स्टेडियम का उद्घाटन सूचना एवं प्रसारण मंत्री अरुण जेटली ने किया।
महोत्सव के मुख्य अतिथि अमिताभ बच्चन (77) ने भारतीय सिनेमा के क्रमिक विकास पर भाषण देते हुए कहा कि राष्ट्रीय एकीकरण में इसने हमेशा महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। अभिनेता ने मुख्य अतिथि के रूप में आईएफएफआई में शामिल होने को बड़ा सम्मान बताया और महोत्सव के लिए स्थाई जगह बनाने के लिए गोवा सरकार को बधाई दी।
बच्चन ने कहा, यदि दुनिया एक गांव है तो हम इसकी कहानियों के संरक्षक हैं। उन्होंने कहा, यदि हम अपने पूर्वजों की कहानी नहीं जानते हैं तो हम आज की कहानियां नहीं लिख सकते। तिरसठ साल के रजनीकांत को भारतीय सिनेमा हस्ती का विशेष शताब्दी पुरस्कार दिया गया। इस समारोह में तमिल सुपरस्टार के तीन दशक के काम पर एक ऑडियो-विजुअल प्रेजेंटेशन भी दिखाया गया।
भावनाओं में डूबे रजनीकांत ने अमिताभ बच्चन को अपना बड़ा भाई बताते हुए उनके पैर छू लिए। उन्होंने कहा, दरअसल मैं यह सम्मान लेने आया हूं, कोई भाषण देने नहीं, और वह भी अमितजी के बेहतरीन भाषण के बाद।
मेरे पास शब्द ही नहीं हैं। उन्होंने कहा, भारत सरकार की ओर से यह पुरस्कार पाकर मैं गौरवान्वित हूं और हृदय से देश को धन्यवाद देता हूं। मैं यह पुरस्कार अपने सभी निर्माताओं, निर्देशकों और प्रशंसकों को समर्पित करता हूं।
इस अवसर पर सूचना एवं प्रसरण मंत्री अरुण जेटली ने कहा, कभी-कभी कहा जाता है कि भारत में क्रिकेट धर्म है, यह सच है, लेकिन सिनेमा भारत में हमेशा वैकल्पिक धर्म रहा है।
उन्होंने कहा, यह हमारा मनोरंजन करता है, शिक्षित करता है और विभिन्न सामाजिक पहलुओं से वाकिफ कराता है। युवा मस्तिष्क औपचारिक शिक्षा के मुकाबले इससे बहुत कुछ सीखते हैं।
भारत में सिनेमा उद्योग परिपक्व हुआ है। यह रेखांकित करते हुए कि देश में हर साल 1,000 से भी ज्यादा फिल्में बनती हैं, जेटली ने कहा कि पिछले दशकों में फिल्मों का निगमीकरण हुआ है जिससे यह और पेशेवर बनेंगी।
उन्होंने कहा, सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय इसमें अपनी छोटी भूमिका निभा रहा है। उद्घाटन समारोह की मेजबानी अभिनेता अनुपम खेर और रवीना टंडन ने की। इस दौरान भारतीय सिनेमा के महान नर्तकों वैजयंतीमाला, वहीदा रहमान और कमल हासन के सम्मान में राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित नृत्यांगना शोभना पिल्लै ने आधे घंटे की प्रस्तुति दी।
इस अवसर पर गोवा के मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने कहा कि उनकी सरकार ने महोत्सव के लिए समुचित अवसंरचना विकसित करने की चुनौती स्वीकार की है। उन्होंने कहा, हम चुनौती स्वीकार करते हैं और फिल्म महोत्सव की मेजबानी के लिए जरूरी अवसंरचना आईएफएफआई 2015 तक तैयार होगी। (भाषा)