रॉकिंग स्टार यश साउथ फिल्मों को लेकर बोले- पहले इसे गंभीरता से नहीं लिया जाता था

WD Entertainment Desk
सोमवार, 7 नवंबर 2022 (13:19 IST)
रॉकिंग स्टार यश सिर्फ एक स्टार नहीं हैं बल्कि एक आइकन हैं। एक आइकन जिसने देश को अपने जबरदस्त चार्म से क्रेजी किया हैं और विशेष रूप से महामारी के बाद बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने सिनेमाघरों में फिर से जान डाल दी और दर्शकों को अपने घरों से बाहर निकलने के लिए प्रेरित किया। 

 
केजीएफ 2 की सफलता इस बात का सबूत है, यश एक ऐसे सुपरस्टार हैं जिनसे इंडस्ट्री एक दशक में एक बार मिलती है। यश आज मनोरंजन जगत के दिग्गज अमिताभ बच्चन और रजनीकांत की लीग में खड़े हैं, जिन्होंने अपने स्टाइल और एक अलग तरह के पर्सनलिटी से दशकों तक राज किया।
 
केजीएफ में रॉकी भाई के किरदार में अपनी दमदार स्क्रीन उपस्थिति के साथ यश ने जिस तरह का जोश पर्दे पर बिखेरा था, वह वाकई देखने लायक है। उनके किरदार की आभा ने उनके स्टाइल को कॉपी करने वाले लोगों के साथ इसकी लोकप्रियता के कई उदाहरण बनाए। यह दीवानगी 70 के दशक में देखी गई जब अमिताभ बच्चन और रजनीकांत के आइकोनिक स्टाइल्स ने देश पर राज किया था। ऐसा ही कुछ यश के रॉकी भाई के किरदार के साथ भी देखने को मिला है।
 
हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान जब यश से पूछा गया ‍कि क्या रॉकी भाई के इर्द-गिर्द बनाए गए आइकोनिक डायलॉग्स आवश्यक हैं, जो रजनीकांत की माचिस की तीली जलाने के स्टाइल या अमिताभ बच्चन की जंजीर से धमाकेदार डिलीवरी की याद दिलाते हैं। 
 
इस पर यश ने जवाब दिया, मुझे लगता है कि अगर आप देखें, तो वेस्टर्न की फिल्मों, जिन्हें हिंसक फिल्में माना जाता था, उस समय सभी ने रिटिक्यलेट किया, किसी ने भी इसे गंभीरता से नहीं लिया। आज इसे इसकी स्टाइल के कारण क्लासिक माना जाता है, लोगों ने उनके स्टाइल को कॉपी किया। ​​वहां आकर्षण और व्यक्तित्व की एक निश्चित मात्रा थी जिसे मुख्य किरदार स्क्रीन पर लाता है जिसे लोग फॉलो करते है। 
 
यश ने कहा, मुझे लगता है कि उस पीढ़ी के लिए, यह जरूरी है। हम किसी तरह के स्टाइल आइकन या कुछ चीजों के एंबेसडर बन जाते हैं, आपको उन चीजों के लिए अभिनेताओं की जरूरत होती है और अगर लोग इससे जुड़ते हैं, अगर वे स्टाइल या व्यक्तित्व के कारण किसी एक व्यक्ति से जुड़ते हैं तो वह कुछ ऐसा है जिसे वे अपने निजी जीवन में इस्तेमाल करना चाहते हैं, वे इसे आगे बढ़ाते हैं। 
 
उन्होंने कहा, इसलिए, यह अहम है, जब आप स्क्रीन पर आते हैं तो आप आपका व्यक्तित्व भी सामने आना चाहिए। अगर कोई निर्देशक एक स्क्रिप्ट के साथ आता है तो यह सिर्फ एक अच्छी स्क्रिप्ट या उनके लिखने का तरीका नहीं है, बल्कि एक अभिनेता के रूप में आप जो स्क्रीन्स पर पेश करते हैं वह आपको आगे ले जाएगा, मुझे विश्वास है।
 
इसके अलावा, यश की कहानी वास्तव में कुछ ऐसी है जिसका दर्शकों के साथ एक अलग जुड़ाव है। उनकी जड़ें एक साधारण मिडिल-क्लास परिवार से आती हैं, जहां उनके पिता ने एक बस ड्राइवर थे। यश ने फर्श से अर्श तक का सफर तय किया हैं और देश के लिए एक इंस्पिरेशन हैं। यश देश के पसंदीदा एक्टर के रूप में उभरे और निस्संदेह केजीएफ 2 की सुपर सफलता के पीछे एक बड़ा कारण है।
Edited By : Ankit Piplodiya 

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