Nana Patekar Interview: नाना पाटेकर का नाम बॉलीवुड इंडस्ट्री के दमदार एक्टर्स की लिस्ट में शुमार है। उन्होंने अपने करियर में कई बेहतरीन फिल्में दीं और यादगार किरदार निभाए। नाना पाटेकर को फिल्म 'परिंदा' के लिए पहली बार नेशनल अवॉर्ड भी मिला था। फिल्म में उन्होंने गैंगस्टर अन्ना का रोल निभाया था।
फिल्म 'परिंदा' के सेट पर नाना पाटेकर बुरी तरह जल भी गए थे, जिसके बाद उन्हें काफी समय तक घर बैठना पड़ा था। हाल ही में द लल्लनटॉप के साथ इंटरव्यू में नाना पाटेकर ने अपने करियर और पर्सनल लाइफ को लेकर कई बातें की। नाना पाटेकर ने बताया कि 'परिंदा' के क्लाइमैक्स शूट के दौरान वह सच में जल गए थे। आग में उनकी दाढ़ी, पलकें और स्किन तक जल गई थी।
फिल्म के क्लाइमैक्स सीन में नाना पाटेकर के किरदार को जलते हुए दिखाया जाना था। चूंकि उस वक्त डिजिटल आग नहीं होती थी, ऐसे में डायरेक्टर विधू विनोद चोपड़ा ने सेट पर असली आग का इंतजाम किया था। लेकिन इस आग में नाना पाटेकर सच में जल गए और महीनों तक बिस्तर पर पड़े रहे।
नाना पाटेकर ने कहा, वो जो 'परिंदा' में सीन है, जिसमें मेरे बदन में आग लग जाती है, वह सच में मेरे पूरे शरीर में आग लग गई थी। मैं दो महीने तक अस्पताल में भर्ती था। मेरा मांस भी निकल गया था। सबकुछ जल गया था। दाढ़ी, मूंछ, पलकें सब जल गया था। मैं छह महीने तक ऐसे ही था। वो बहुत बड़ा एक्सीडेंट था। सबकुछ जल गया था।
उन्होंने कहा, यह कोई रिस्क नहीं था जो मैंने उठाया, यह एक एक्सीडेंट था। आपको जलने में कितना समय लगता है? मुश्किल से पांच सेकंड का समय लगता है। उन पांच सेकंड में, मैंने जो कुछ भी बताया, वह सब जल गया। पहले टेक में हमने तीन बाल्टियां डालीं, दूसरे में हमने 14 बाल्टियां डालीं। आग बहुत तेज थी। यह एक एक्सीडेंट था। ऐसा नहीं था कि विधू विनोद चोपड़ा मुझे जलाना चाहते थे। यह बस हो गया।
वहीं फिल्म सलाम बॉम्बे के दौरान हुए एक हादसे के बारे में भी नाना पाटेकर ने बताया। उन्होंने कहा, क्या आपको वह सीन याद है, जहां एक लड़का आता है और मुझे चाकू मार देता है? उस सीन के लिए उन्होंने मेरी कमर पर टायर बांध दिया था, लेकिन जितनी ताकत से उस लड़के ने मुझ पर वार किया, असल में चाकू मुझे ही लगा और मेरा खून बह रहा था। उन्होंने सोचा, 'क्या एक्टिंग की है।' इस तरह के हादसे होते रहते हैं।