एक्टर-डायरेक्टर सतीश कौशिक फिल्म ‘कागज’ के साथ बतौर निर्देशक वापसी कर रहे हैं। यह फिल्म लाल बिहारी ‘मृतक’ के संघर्ष की कहानी बयां करेगी। पंकज त्रिपाठी अभिनीत इस फिल्म को प्रेजेंट करने के साथ ही सुपरस्टार सलमान खान ने फिल्म में एक कविता भी पढ़ी है।
हाल ही में एक न्यूज एजेंसी से बातचीत में सतीश कौशिक ने बताया, “सलमान ने फिल्म में एक कविता पढ़ी है, जो शुरुआत में और फिल्म के अंत में आती है। यह अजीम अहमद अब्बासी द्वारा लिखी गई एक बेहतरीन कविता है। सलमान ने इसे इतनी अच्छी तरह से पढ़ा था कि हमने प्रमोशन के लिए इसका एक वीडियो भी बनाने का फैसला किया। यह कागज की थीम पर आधारित है कि कैसे कागज हमारे जीवन में इतना महत्वपूर्ण है।”
‘कागज’ को मई में सिनेमाघरों में दस्तक देना था लेकिन कोविड-19 के कारण इसकी रिलीज को अब सही समय का इंतजार है।
एक्टर-डायरेक्टर ने आगे कहा, “मेरा ड्रीम प्रोजेक्ट कागज पहले से ही पूरा हो चुका है। इसका पोस्ट-प्रोडक्शन काम बाकी है। इसे 15 मई को रिलीज किया जाना था, लेकिन यह संभव नहीं था इसलिए मैं थिएटर खुलने का इंतजार कर रहा हूं।”
फिल्म की कहानी आजमगढ़ के मुबारकपुर के रहने वाले लाल बिहारी की है जिसके नाम के साथ मृतक जुड़ गया। वो अब अपना नाम भी लाल बिहारी मृतक ही लिखते हैं। एक ऐसा किशोर जिसे मां बाप की मौत के बाद राजस्व रिकॉर्ड में मृत घोषित कर दिया गया और उसके घर, जमीन पर रिश्तेदारों ने कब्जा कर लिया। उसे यह पता ही नहीं था कि सरकारी तंत्र की कारस्तानी के कारण वो जिंदा नहीं बल्कि मरा हुआ है। खुद को जिंदा साबित करने में उसे 18 साल लग गए। फिल्म में उसके इस 18 साल के संघर्ष को दिखाया गया है।