कई फिल्म करने के बावजूद ईशा कोप्पिकर बॉलीवुड में वह नहीं पा सकी, जिसके सपने उन्होंने देखे थे।
फिल्में तो ईशा को मिलती हैं, लेकिन ज्यादातर फिल्मों में उनकी भूमिकाएँ महत्वहीन होती हैं या फिर दो-तीन नायिकाओं वाली फिल्मों में ही ईशा दिखाई देती हैं। बड़े बैनर्स भी ईशा को छोटी-मोटी भूमिकाएँ देते हैं।
ईशा ने आयटम साँग भी कर लिए और अंग प्रदर्शन करके भी देख लिया, लेकिन सफलता अब तक ईशा से रूठी हुई है। सारे प्रयास करने के बाद व्यक्ति भाग्य को दोषी ठहरा देता है।
ईशा को भी लगा कि उसके नाम की स्पैलिंग में कुछ गड़बड़ है। वे न्यूमरोलॉजी के विशेषज्ञ के पास पहुँच गईं और अपने नाम की स्पैलिंग में बदलाव इस उम्मीद के साथ कर लिया कि उनकी किस्मत चमक जाए।
वैसे कुछ दिनों पूर्व विवेक ओबेरॉय ने भी अपने नाम की स्पैलिंग में कुछ परिवर्तन किए थे। उसके बाद उनके और बुरे दिन शुरू हो गए। विवेक फौरन अपनी पुरानी स्पैलिंग पर लौट आए। उम्मीद की जानी चाहिए कि ईशा के साथ ऐसा नहीं होगा।