खैर, घई साहब ने कांची के लिए एक किसिंग सीन फिल्म के कलाकारों मिष्टी मुखर्जी और कार्तिक तिवारी पर फिल्माने का निश्चय किया। यूनिट के लोगों को लगा कि यह छोटा-सा लिप-लॉक सीन चुटकी बजाते ही पूरा हो जाएगा, लेकिन कार्तिक और मिष्टी के किस करने के तरीके से घई साहब खुश नजर नहीं आए। इसके बाद तो रिटेक्स की मानो बरसात हो गई। एक-दो या दस-बीस नहीं बल्कि पूरे तीस रिटेक्स के बाद सुभाष घई संतुष्ट हुए और उन्होंने शॉट ओके किया।
कार्तिक और मिष्टी पर क्या गुजरी होगी, इसका अंदाजा लगाना मुश्किल है। बेचारे नए कलाकार हैं, इसलिए कुछ बोल नहीं पाए। यदि स्टार होते तो सुभाष घई भी शॉट ओके करने में इतनी देर नहीं लगाते। वैसे यूनिट मेंबर्स का कहना है कि कार्तिक और मिष्टी के बीच 'कुछ' पक रहा है, इसलिए किसिंग सीन के लिए इतने रिटेक्स देना उन्हें अखरा नहीं।