यह बात उन दिनों की है जब शाहरुख खान की फिल्म 'बाजीगर' ने बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ कामयाबी हासिल की थी। शाहरुख खान स्टारडम की सीढ़ी चढ़ रहे थे, लेकिन 'बाजीगर' की सफलता से उन्होंने ऊंची छलांग लगा दी।
इस फिल्म में शाहरुख का रोल थोड़ा निगेटिव शेड लिए था। फिल्म की एक हीरोइन को वे बिल्डिंग से नीचे फेंक देते हैं। आमतौर पर हीरो उस दौर की फिल्मों में ऐसे काम नहीं करते थे, लेकिन शाहरुख ने जोखिम उठाया और इसका उन्हें मीठा फल भी मिला।
'बाजीगर' का निर्देशन अब्बास-मस्तान ने किया था। जैसा कि आमतौर पर बॉलीवुड में होता है कि जैसे ही कोई फिल्म कामयाबी हासिल करती है फौरन फिल्म के हीरो और डायरेक्टर साथ में दूसरी फिल्म की तैयारी शुरू कर देते हैं। सफलता को वे भुनाने में पीछे नहीं रहना चाहते।
शाहरुख को लेकर अब्बास-मस्तान ने 'मि. डॉन' नामक फिल्म प्लान कर ली, लेकिन यह फिल्म घोषणा से आगे ही नहीं बढ़ पाई। ऐसे कई आइडिये सिर्फ आइडिये के रूप में ही दफन हो जाते हैं। फिल्म का आकार नहीं ले पाते हैं। वही हश्र 'मि. डॉन' का भी हुआ।
शाहरुख और अब्बास-मस्तान ने बाद में बादशाह फिल्म साथ की जो बाजीगर जैसी सफलता को नहीं दो हरा पाई। दूसरी ओर शाहरुख की डॉन बनने की तमन्ना को पूरा किया फरहान अख्तर ने। फरहान ने अमिताभ बच्चन की 'डॉन' का रीमेक बनाया तो शाहरुख को लीड रोल में चुना।
डॉन के बाद डॉन 2 भी शाहरुख नजर आए। डॉन 3 की चर्चा भी लंबे समय से है। डॉन 2 को मिले फीके रिस्पांस के कारण शायद निर्माता असमंजस में हैं कि डॉन सीरिज को आगे बढ़ाए या नहीं।