जिगरिया की कहानी सच्ची घटनाओं से प्रेरित है। यह शामलाल गुप्ता (शामू) और राधिका शर्मा (राधा) की प्रेम कहानी है। आगरा में रहने वाले शामू हलवाई रामलाल गुप्ता का बेटा है। दिन भर शेरो-शायरी में वक्त बीतता है और उसके निकम्मे दोस्त वाह-वाह करते रहते हैं। मथुरा में रहने वाली राधिका अपने पिता पंडित शंकरदयाल शर्मा की आंखों का तारा है। पढ़ी-लिखी है और अपने पिता का हाथ बंटाती है। आगरा में अपनी नानी के यहां राधिका आती है और उसे शामू देखता है। उसे देखते ही प्यार हो जाता है। वह राधिका का पीछा करता है और आखिरकार उसका दिल जीत ही लेता है, लेकिन किस्मत ने कुछ ओर सोच रखा है।