उम्रकैद की सजा खत्म होने के बाद अजय (सनी देओल) सत्यकाम नामक एक अखबार शुरू करता है। वह खोजी पत्रकारिता के क्षेत्र में खुद के लिए विश्वसनीय नाम बनाता है।
अपनी निडरता के कारण युवाओं के बीच अजय काफी लोकप्रिय है। उसके डाई हार्ड फैंस में चार किशोर भी हैं।
ये चार दोस्त फोटोग्राफी अभियान में हिस्सा लेते हैं। गलती से कैमरे में एक हत्या रिकॉर्ड हो जाती है। फुटेज देख पता चलता है कि इस हत्या में शहर के दो सबसे शक्तिशाली लोग शामिल हैं।
चारों टीनएजर्स से फुटेज पाने की लड़ाई शुरू हो जाती है। ये चारों किशोर डर जाते हैं क्योंकि इनकी लड़ाई शक्तिशाली लोगों से है।
ये पहुंचते हैं अजय के पास। क्या अजय इन्हें बचा पाएगा? क्या सच का साथ देने के मिशन में चारों किशोर सफल हो सकेंगे? केवल समय बताएगा।