1982 में बासु चटर्जी ने अशोक कुमार, उत्पल दत्त, एके हंगल, रति अग्निहोत्री और मिथुन चक्रवर्ती को लेकर 'शौकीन' फिल्म बनाई थी। यह तीन लंपट बूढ़ों की कहानी थी। हास्य की चाशनी में डूबी गई यह फिल्म बेहद पसंद की गई थी। इसी का रीमेक 'द शौकीन्स' के नाम से बनाया गया है। दिल्ली के रहने वाले लाली (अनुपम खेर), पिंकी (पियूष मिश्रा) और केडी (अन्नू कपूर) की उम्र 60 के आसपास है, लेकिन उनका आचरण उम्र के अनुरूप नहीं है।
अपनी उम्र को भूलाकर वे अभी भी जवां लड़कियों के पीछे भागते रहते हैं ताकि कोई लड़की उनसे पटे, लेकिन उनका हर दांव फेल हो जाता है।
बार-बार असफल होने पर वे बिजनेस ट्रिप की आड़ में मारीशस जाते हैं।
तीनों को अपना सपना सच होते नजर आता है जब खूबसूरत और युवा लड़की आहना (लिसा हेडन) उनकी दोस्त, फिलॉसॉफर और गाइड बन जाती है।
आहना फिल्म स्टार अक्षय कुमार (अक्षय कुमार) की दीवानी है।
तीनों बूढ़ों को समझ में आ जाता है कि आहना उस इंसान के लिए कुछ भी कर सकती है जो उसके प्रिय सितारे अक्षय कुमार के नजदीक ले जाएगा।
तीनों एक-दूसरे से प्रतिस्पर्धा करते हुए आहना का दिल जीतने की कोशिश में लग जाते हैं और इसके बाद शुरू होती है तीनों की दुर्गति।