इन दोनों रेस्टोरेंट के बीच का यह झगड़ा चलता रहता है। लेकिन अचानक हासन इस फ्रेंच रेस्टोरेंट की एक शेफ मार्गरिटा और क्लासिक फ्रेंच पाक-कला के प्रति आकर्षित होने लगता है।
आगे चलकर परिस्थितियां कुछ ऐसी होती है कि इस रेस्टोरेंट में भारतीय और फ्रेंच दोनों संस्कृति के व्यंजन परोसे जाने लगते हैं। रेस्टोरेंट की मालकिन हासन को अपने रेस्टोरेंट में बतौर शेफ काम देती हैं।
फिल्म ज़बान के उन ज़ायकों की कहानी है, जो संस्कृतियों से परे दिलों को जोड़ती है।