अगर जहाज हिस्सों को एक - एक कर रिप्लेस कर दिया जाए, तो क्या यह वही जहाज कहलाएगा? एक अद्भुत फोटोग्राफर इलाज के दौरान हुई लापरवाही से अपनी दृष्टि खो देती है। इसके बावजूद वह अपने काम को बखूबी पूरा कर रही है। लंबे समय से अहिंसा की विचारधारा को लेकर चलते आ रहे एक बौध भिक्षु को, अपनी बीमारी की वजह से, आदर्शों और मौत में से किसी एक को चुनना है। युवा स्टॉकब्रोकर चोरी की हुई किडनी के केस में फंस कर जटिल नैतिकता का पाठ पढ़ता है। तीनों की अलग-अलग दार्शनिक यात्रा को दर्शाती फिल्म शिप ऑफ थिसियस, पहचान, न्याय, सुंदरता, अर्थ और मौत के सवालों के जवाब खोजती है।