बुद्ध पूर्णिमा 2023 कब है, जानिए पूजा के 2 शुभ मुहूर्त, 3 मंत्र और 4 उपाय

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Buddha purnima 2023 : वैशाख माह की पूर्णिमा को भगवान बुद्ध का जन्म हुआ था। अंग्रेजी कैलेंडर के अनुसार इस बार यह पूर्णिमा 5 मई 2023 शुक्रवार को रहेगी।  इस बार गौतम बुद्ध की 2585वां जयन्ती मनाई जाएगी। इसी दिन चंद्र ग्रहण भी रहेगा। 3 मंत्र और उपाय के साथ जानते हैं कि इस दिन पूजा के 2 शुभ मुहूर्त कौन से हैं और क्या है योग संयोग।
 
चंद्र ग्रहण : 5 मई 2023 शुक्रवार के दिन रात्रि 8:45 पर पहला चंद्र ग्रहण लगेगा जो उपछाया चंद्र ग्रहण होगा। यह ग्रहण रात्रि 1 बजे समाप्त होगा।
 
5 मई 2023 पूजा के 2 शुभ मुहूर्त पंचांग:
अभिजित मुहूर्त : दोपहर 12:10 से 01:01 तक।
विजय मुहूर्त : दोपहर 02:44 से 03:36 तक।
इस दिन रात्रि 09:15 तक सिद्ध योग रहेगा।
पूजा के लिए 3 शुभ मंत्र:
- ॐ मणि पद्मे हूँ
- बुद्धं शरणं गच्छामि, धम्मं शरणं गच्छामि, संघं शरणं गच्छामि।
- ॐ तारे तुतारे तुरे सोहा
 
इसके अलावा अन्य दो मंत्र भी है- 
- ॐ अमि देवा ह्रीः
- तयता ॐ बेकंजे बेकंजे महा बेकंजे राद्जा समुद्गते सोहा
 
बुद्ध पूर्णिमा के उपाय- buddha purnima ke Upay
 
1. दान : इस दिन गरीबों को अन्न और वस्त्र का दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। पुण्य प्राप्ति के लिए बुद्ध पूर्णिमा के दिन सत्तू, मिष्ठान्न, जल पात्र, अन्न, भोजन और वस्त्र दान करें। इस दिन तिल एवं शहद का दान करने से पापों से मुक्ति मिलती है।
 
2. स्नान : इस दिन पवित्र नदियों में स्नान करने का महत्व है। स्नान करने से पापों से मुक्ति मिलती है।
 
3. खीर : इस दिन खीर पीना और पिलाने से भगवान बुद्ध का आशीर्वाद मिलता है और सेहत भी भी लाभ मिलता है।
 
4. तर्पण : स्नान के बाद पितरों का तर्पण करने से पितृदोष से मुक्ति मिलती है और पितरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है। चंद्र देव को अर्घ्‍य भी दें।
 
अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं। वेबदुनिया इसकी पुष्टि नहीं करता है। इनसे संबंधित किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।

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