बौद्ध धर्म कहता है कि जो आदमी बुद्ध, धर्म और संघ की शरण में आता है, वह सम्यक् ज्ञान से चार आर्य सत्यों को जान लेता है। ये आर्य सत्य हैं- दुख, दुख का हेतु, दुख से मुक्ति और दुख से मुक्ति की ओर ले जाने वाला अष्टांगिक मार्ग।
इसी मार्ग की शरण लेने से कल्याण होकर और मनुष्य सभी दुखों से छुटकारा पा जाता है।