15 अगस्त : कैसा होगा प्रधानमंत्री के लिए स्वतंत्रता दिवस

पं. अशोक पँवार 'मयंक'
भारत के वर्तमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का यह दूसरा स्वतंत्रता दिवस है। 
 

 
सभी जानना चाहते हैं कि भारत की जनता को इस बार आश्वासन की खीर मिलेगी या फिर कोई ठोस रणनीतिक कदम देखने को मिलेगा। 
आइए देखते हैं 15 अगस्त 2015 के दिन क्या कुछ संभावित है प्रधानमंत्री के भाषण में और क्या कहते हैं सितारे-  
 
15 अगस्त को प्रातःकालीन लग्न कर्क है वही दशम यानी राज्य भाव का स्वामी विद्या (पंचम भाव) का स्वामी होकर लग्न भाव पर नीच का है इसलिए लालकिले की प्राचीर से दिया गया प्रधानमंत्री का भारतवासियों को उद्बोधन विशेष असरकारक नहीं रहेगा। 
 
 

 

इसकी वजह यह है कि लग्न में नीच का मंगल है जो सितारों को प्रभावशाली नहीं बनाता। मंगल साहस का प्रतीक है वहीं मंगल को ही ऊर्जा का कारक भी माना जाता है। मोदी के व्यक्तित्व भाव पर कमजोर होने से भाषण में विशेष उत्साह नजर नहीं आएगा। 
 
वाणी यानी द्वितीय भाव में गुरु भाग्य का स्वामी होकर षष्टेश है। लग्नेश चन्द्र व बुध तृतीयेश व द्वादशेश हैं अत: कुछ महत्वपूर्ण घोषणा के होने की प्रबल संभावना है। लेकिन मोदी जी का प्रभावशील होना संदेहास्पद है। 
 
 

 


पंचम यानी विद्या भाव में शत्रु राशि अर्थात् वृश्चिक का शनि है यह भी प्रभावशीलता में कमी का कारण बनता है। लग्न में सूर्य, मंगल व शुक्र एक साथ है और उसी दिन अमावस्या भी है, अत: इस स्वतंत्रता दिवस से आरंभ छ: माह सावधानी से कार्य करने के रहेंगे। 
 
चतुर्थ यानी जनता भाव का स्वामी, एकादशेश होकर लग्न में वक्री भी है यह जनता के कार्य व आय के मामलों को प्रभावित करता है। कुल मिलाकर 15 अगस्त 2015 के दिन सितारे थोड़े मंद दिखाई दे रहे हैं। 


 
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