मोदी : आने वाले समय में सावधानी रखना होगी

पं. अशोक पँवार 'मयंक'
* जानिए 1 साल पूरा होने पर क्या कहते हैं मोदी के सितारे 
 
देश के सशक्त प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का जन्म 17 सितबंर 1950 को मेहसाणा (गुजरात) में वृश्चिक लग्न में हुआ। उन्हें एक साधारण परिवार से असाधारण शख्स बनने का सफर मजबूत ग्रहों ने ही तय कराया।


 

जन्म के समय मंगल स्वग्रही होकर लग्न में है, जो रुचक योग बना रहा है, वहीं चन्द्र भाग्य का नीच का होकर बैठा है। इस प्रकार चन्द्र का मंगल के साथ होकर स्वग्रही होने से चन्द्र का नीच भंग हुआ। इस कारण चन्द्र का नीच भंग राजयोग प्रबल हुआ।
 
अभी उनके प्रधानमंत्री काल के 1 साल पूरे हुए हैं। मिली-जुली प्रतिक्रियाएं मिल रही है। आपने महंगाई दूर करने का वादा किया था, सो वह पूरा नहीं हुआ। हां, सबसे बड़ी बात यह है कि आपने भारत को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मजबूत स्थिति में लाकर खड़ा किया व विदेशों में भारत की छवि को निखारा।

इन सबको देखते हुए महंगाई का रोना रोने वाली बात नगण्य-सी नजर आती है। 

 


 


अभी वर्तमान में शनि लग्न से भ्रमण कर रहा है, जो आपके पराक्रम को बड़ा कर शत्रुहंता भी बनेगा। शत्रु पक्ष मुंह की खाएगा व आप फिर एक सशक्त छवि के रूप में उभरेंगे।
 
अभी तक जो उपलब्धि आपने विदेशों से पाई, उसका श्रेय गोचर के उच्च के गुरु को जाता है, जो आपकी पत्रिका के नवम भाव से भ्रमण कर रहा है। 

गुरु 15 जुलाई से सिंह में आएगा व आपकी पत्रिका से दशम भाव से भ्रमण करेगा, जो आपके लिए शुभ होकर जनता के हित में लाभकारी भी रहेगा। लेकिन शनि का भ्रमण लग्न में बैठे मंगल के साथ होने से कुछ सावधानियों का और कठिन परीक्षा का भी रहेगा। शनि की शांति कराना हितकर रहेगा। 


 
 
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