Chhath geet bhojpuri: छठ पूजा पर बिहार में गाए जाते हैं ये भोजपुरी गीत। इन लोकगीतों से इस उत्सव में चार चांद लग जाते हैं। छठ पूजा के लोकगीतों में छठ मैया की महिमा, सूर्य देव की उपासना और भक्तों की मनोकामनाओं का वर्णन होता है। वेबदुनिया पर पढ़ें 5 लोकप्रिय छठ भोजपुरी छठ गीत।
1. कांच ही बांस के बहंगिया.......
कांच ही बांस के बहंगिया,
बहंगी लचकत जाए।।2
होखीं ना बलम जी कहरिया,
दउरा घाटे पहुंचाए।।2
कांच ही बांस के बहंगिया,
बहंगी लचकत जाए।।2
बाट से पूछेला बटोहिया,
बहंगी केकरा के जाए।।2
आंखि तोरे फूटो रे बटोहिया,
इ दल छठी मइया के जाए
इ दल सुरुज मल के जाए।
कांच ही बांस के बहंगिया,
बहंगी लचकत जाए।।2
होखीं ना देवर जी कहरिया,
बहंगी घाटे पहुंचाए।।2
बाट से पूछेला बटोहिया,
बहंगी केकरा के जाए।।2
आंखि तोरे फूटो रे बटोहिया,
इ दल छठी मइया के जाए
इ दल सुरुज मल के जाए।।2
कांच ही बांस के बहंगिया,
बहंगी लचकत जाए।।2
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2. कांपी कांपी बोलेली छठिया मइया.....
कांपी कांपी बोलेली छठिया मइया।
सुनिए सेवक लोग
मोरा घाटे दुबिया उपज गइले
मकरी बसेरा लेले।।2
कांपी कांपी बोलेली छठिया मइया।
सुनिए सेवक लोग
मोरा घाटे दुबिया उपज गइले
मकरी बसेरा लेले।
हाथ जोड़ी बोलेलन कवन पंडित।
सुनिए ए छठिया मइया
रउरा घाटे दुबिया छिलाई देबो
मकरी बहारी देबो।।2
हंसी-हंसी बोलेली कवन देई।
हाथवा में सिंदूर लेले
रउरा घाटे गोबरा लीपाई देबो
चंदन बिछाई देबो।।2
कांपी कांपी बोलेली छठिया मइया।
सुनिए सेवक लोग
मोरा घाटे दुबिया उपज गइले
मकरी बसेरा लेले।।2
कांपी कांपी बोलेली छठिया मइया।
सुनिए सेवक लोग
मोरा घाटे दुबिया उपज गइले
मकरी बसेरा लेले।।2
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3. केरवा के पात पर....
केरवा के पात पर उगेलन सुरुज मल झांके झुंके।।2
ए करेलु छठ बरतिया की झांके झुंके
हम तोहसे पुछीना बरतिया ए बरितया की केकरा लागी
ए करेलू छठ बरतिया की केकरा लागी
हमरो जे बेटवा कवन बेटवा से उनके लागी
हमरो जे बेटवा पवन अइसन बेटवा की उनके लागी
हम करीना छठ बरतिया की उनके लागी
हमरो जे बेटी कवन जइसन बेटी की उनके लागी
हम करीना छठ बरतिया की उनके लागी।।
अमरुदिया के पात पर उगेलन सुरूज मल झांके झुंके
ए करेलु छठ बरतिया की झांके झुंके
ए करेलु छठ बरतिया की झांके झुके
हम तोहसे पुछीना बरतिया ए बरितिया की केकरा लागी
ए करेलू छठ बरतिया की केकरा लागी
हमरो जे नाती कवन जइसन नाती की उनके लागी
हम करीना छठ बरतिया की उनके लागी
हमरो जे नातिन कवन जइसन नातिन की उनके लागी
हम करीना छठ बरतिया की उनके लागी
हम करीना छठ बरतिया की उनके लागी।।
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4. केरवा जे फरेला घवद से.....
केरवा जे फरेला घवद से,
ओह पर सुगा मेड़राए।।2
सुगवा के मरबो धनुष से
सुगा गिरे मुरझाए।।2
सुगनी जे रोवेली वियोग से,
आदित होइ ना सहाए।।2
नारियरवा जे फरेला घवद से,
ओह पर सुगा मेड़राए।।2
सुगवा मरबो धनुष से,
सुगा गिरे मुरझाए।।2
सुगनी जे रोवेली वियोग से,
आदित होई ना सहाय॥2
अमवा जे फरेला घवद से,
ओह पर सुगा मेड़राए।।2
सुगवा के मरबो धनुष से,
सुगा गिरे मुरझाए।।2
सुगनी जे रोवेली वियोग से,
आदित होई ना सहाय।।2
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5. गरजी गरजी देव बरिसेले.....
गरजी गरजी देव बरिसेले
ओरिया ओरिया मधु चुए।।2
पनिया से भरली डगरिया
त कईसे जईबू छठी घाटे।।2
गरजी गरजी देव बरिसेले
ओरिए ओरिए मधु चुए।।2
मथवा प लेई लीं दउरवा
त चली स्वामी छठी घाटे।।2
लागता की आई जाई बदरीया जमीन पर।
काहे कुपित देव भईले एहि दिने।।2
सुनसान लागता नगरिया
त कही नाही गीत गूंजे।।2
अरघ के बेरवा कुबेर भईले
कही नाही गीत गूंजे
बबुआ के लेइला तु गोदिया
त उखिया हम लेहब कान्हे।।2
गरजी गरजी देव बरिसेले
ओरिए ओरिए मधु चुए।।2
पनिया से भरली डगरिया
त कईसे जईबू छठी घाटे।।2
संकलन: मोनिका पांडे