Select Your Language

Notifications

webdunia
webdunia
webdunia

आज के शुभ मुहूर्त

(मेष संक्रांति)
  • तिथि- वैशाख कृष्ण प्रतिपदा
  • शुभ समय-9:11 से 12:21, 1:56 से 3:32
  • जयंती/त्योहार/व्रत/मुहूर्त-/मेष संक्रांति/खरमास समाप्त
  • राहुकाल- सायं 4:30 से 6:00 बजे तक
webdunia

ईसाई धर्म: पाम संडे कब है, क्या करते हैं इस दिन

Advertiesment
हमें फॉलो करें Palm Sunday

WD Feature Desk

, शनिवार, 12 अप्रैल 2025 (12:46 IST)
2025 Palm Sunday : वर्ष 2025 में, ईसाई धर्म का प्रमुख त्योहार पाम संडे रविवार, 13 अप्रैल को मनाया जाएगा। यह पर्व ईस्टर से ठीक एक सप्ताह पहले पड़ता है और ईसाई धर्म में पवित्र सप्ताह की शुरुआत का प्रतीक है। पाम संडे खुशी और उत्साह के साथ-साथ यीशु के आने वाले बलिदान और दुख की याद दिलाने वाला दिन है। यह पवित्र सप्ताह की शुरुआत का प्रतीक है, जो गुड फ्राइडे और ईस्टर संडे की ओर ले जाता है।ALSO READ: 18 अप्रैल: गुड फ्राइडे पर जा रहे हैं चर्च, तो रखें इन बातों का विशेष ध्यान
 
हर साल पाम संडे ईस्टर के एक हफ्ते पहले रविवार को मनाया जाता है। चूंकि प्रतिवर्ष ईस्टर की तारीख बदलती है, इसी तरह पाम संडे की तारीख भी साल दर साल अलग होती है। सामान्यतः यह पर्व मार्च या अप्रैल में आता है।
 
पाम संडे के दिन क्या करते हैं?: पाम संडे ईसाई धर्म में एक महत्वपूर्ण दिन है, जो येरूशलम में यीशु मसीह के विजयी प्रवेश की याद दिलाता है। बाइबिल के अनुसार, जब यीशु येरूशलम में प्रवेश कर रहे थे, तो लोगों की भीड़ ने खजूर की डालियां लहराकर और अपने वस्त्र रास्ते पर बिछाकर उनका स्वागत किया था। उन्होंने उन्हें राजा के रूप में सम्मानित किया और 'होसन्ना!' (धन्य है वह जो प्रभु के नाम में आता है!) के नारे लगाए। जैसा कि बाइबल में वर्णित है पाम संडे पर, चर्चों में लोग पाम की शाखाएं लेकर आते हैं। यह यीशु के येरुशलम में प्रवेश के दौरान लोग पाम की शाखाएं लेकर उनका स्वागत करते थे।ALSO READ: ईसाई धर्म: गुड फ्राइडे कब है, क्या करते हैं इस दिन
 
अत: इस घटना की याद में ही ईसाई समुदाय पाम संडे को निम्नलिखित तरीकों से मनाते हैं:
 
* धार्मिक सेवाएं: इस दिन विशेष पूजा और धार्मिक सेवाएं आयोजित की जाती हैं। पाम संडे की सेवा में, पाम की शाखाओं का वितरण होता है और चर्च में यीशु मसीह के येरुशलम में प्रवेश की घटना का स्मरण किया जाता है।
 
* खजूर की डालियों का आशीर्वाद और वितरण: पादरी खजूर की डालियों को आशीर्वाद देते हैं और फिर उन्हें उपस्थित लोगों को वितरित किया जाता है। यह उन खजूर की डालियों का प्रतीक है जो लोगों ने यीशु के रास्ते पर बिछाई थीं।
 
* खजूर की डालियों का जुलूस: कुछ गिरजाघरों में खजूर की डालियां लेकर जुलूस निकाला जाता है, जो यीशु के प्रवेश के दृश्य का प्रतीक होता है।
 
* खजूर की क्राफ्टिंग: कुछ लोग प्राप्त हुई खजूर की डालियों से छोटी क्रास या अन्य आकृतियां बनाते हैं।
 
* घर की सजावट: लोग खजूर की डालियों को अपने घरों में सजाते हैं ताकि इस महत्वपूर्ण घटना की याद बनी रहे।
 
* पैशन का पाठ: कुछ सेवाओं में यीशु के जुनून यानी उनके अंतिम दिनों के दुख और क्रूस पर चढ़ाने की कहानी भी पढ़ी जाती है।
 
* पाम की शाखाएं: इस दिन लोग इन पाम की शाखाओं को पवित्र करवा कर अपने घरों में रखते हैं।
 
* गिरजाघरों में विशेष सेवाएं: इस दिन गिरजाघरों में विशेष प्रार्थना सभाएं आयोजित की जाती हैं, जिनमें यीशु के येरूशलम में प्रवेश की कहानी पढ़ी जाती है।
 
* गीत: ईसाई धर्मावलंबी इस दिन विशेष गीत गाते हैं और बाइबल से पवित्र पुस्तक के अंश पढ़ते हैं। विशेष रूप से उस दिन के दौरान यीशु मसीह के कार्यों और उनके बलिदान पर ध्यान केंद्रित किया जाता है। इस तरह पाम संडे को मनाया जाता है।

अस्वीकरण (Disclaimer) : चिकित्सा, स्वास्थ्य संबंधी नुस्खे, योग, धर्म, ज्योतिष, इतिहास, पुराण आदि विषयों पर वेबदुनिया में प्रकाशित/प्रसारित वीडियो, आलेख एवं समाचार सिर्फ आपकी जानकारी के लिए हैं, जो विभिन्न सोर्स से लिए जाते हैं। इनसे संबंधित सत्यता की पुष्टि वेबदुनिया नहीं करता है। सेहत या ज्योतिष संबंधी किसी भी प्रयोग से पहले विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें। इस कंटेंट को जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है जिसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है।ALSO READ: बृहस्पति ग्रह के मिथुन में अतिचारी गोचर के चलते संभलकर रहें 2 राशियों के जातक

Share this Story:

Follow Webdunia Hindi

अगला लेख

हनुमान जी के 6 खास चमत्कारी मंदिर, जहां लगती है अर्जी, तुरंत होती है मनोकामना पूर्ण