Who is Santa : कौन है सांता क्लॉज, क्या है उनका पता? लाखों पत्रों का जवाब आखिर कौन देता

अनिरुद्ध जोशी
सोमवार, 20 दिसंबर 2021 (18:40 IST)
ईसा मसीह के जन्मदिन 25 दिसंबर को क्रिसमस के दिन सैंटा या सांता क्लॉज़ नामक एक वृद्ध बच्चों के लिए उपहार टॉफियां आदि बहुत-से गिफ्ट बांटते हुए नजर आता है। कई लोग सैंटा क्लॉज के भेष में बच्चों और लोगों का मनोरंजन करते हुए नजर आते हैं। आखिर ये सांता क्लॉज कौन है, क्या है उनका पता और क्रिसमय पर लिखे लाखों पत्रों का जवाब आखिर कौन देता होगा।
 
 
कौन है सैंटा क्लॉज
1. ओडिन : जानकारों का मानना है कि योरप के ओडिन पा‍त्र ही सैंटा क्लॉज है। ईसाई धर्म के पहले यूल नामक त्योहार पर एक आंख और दाड़ी वाला बूढ़ा ओडिन अपने आठ पैरों वाले घोड़े पर सवार होकर शिकारियों के साथ जाता था। संभवत: वहीं ओडिन अब सैंटा क्लॉज में बदल गए हैं। सैंटा क्लॉज एक बर्फिले इलाके में रहते हैं और वे एक बगैर पहियों वाली स्लेस में बैठते हैं जिनके आगे दो बारहसिंघा जुते रहते हैं जो उस स्लेज को खिंचकर एक घर से दूसरे घर ले जाते हैं औ सैंटा बच्चों को तोहफे देते हैं। जबकि ईसा मसीह का जन्म वहां हुआ था जहां बर्फ का नामोनिशान तक नहीं था। बस रेगिस्तान ही रेगिस्तान।
 
 
2. संत निकोलस : ओडिन के अलावा सैंटा क्लॉज को बायजनटाइन साम्राज्य के संत निकोलस से भी जोड़कर देखा जाता है। सैंटा क्लॉज चौथी शताब्दी में मायरा के निकट एक शहर में जन्मे थे। उनका नाम निकोलस था। निकोलस को बच्चों से खास लगाव रहा। किसी भी त्योहर पर वह अपनी दौलत में से बच्चों के लिए वह खूब सारे खिलौने खरीदते और खिड़कियों से उनके घरों में फेंक देते। उनके इस कार्य के चलते उन्हें बिशप बना दिया गया था। बिशप के रूप में निकोलस की जिम्मेदारियां और बढ़ गईं। धीरे धीरे उनकी प्रसिद्धि उत्तरी योरप में भी फैलने लगी। लोग उन्हें सम्मान देने के लिए 'क्लॉज' कहना शुरू कर दिया। चूंकि कैथोलिक चर्च ने उन्हें 'संत' का ओहदा दिया था, इसलिए उन्हें 'सैंटा क्लॉज' कहा जाने लगा। जो आज 'सैंटा क्लॉज' के नाम से मशहूर है।
 
 
3. सिंटरक्लाज़ : इसके अलावा कुछ विद्वान मानते हैं कि 16वीं सदी के फादर क्रिसमय और नेथरलैंड्स के सिंटरक्लाज़ को ही सैंटा क्लाज़ माना जाता है। सांता क्लॉज़ को सेंट निकोलस, फादर क्रिसमस (क्रिसमस के जनक), क्रिस क्रिंगल, या सिर्फ 'सांता' के नाम से जाना जाता है। सांता की आधुनिक आकृति की उत्पत्ति सिंटरक्लाज़ की डच आकृति से हुई। सेंट निकोलस की वेशभूषा हेगिओग्राफिकल कहानियों में मिलती है। इसी से मिलती जुलती एक कहानी बीजान्टिन और यूनानी लोककथाओं में प्रचलित है। बेसिल ऑफ केसारिया नामक 1 जनवरी को ग्रीस में बेसिल का फीस्ट दिवस मनाया जाता है, इस दिन तोहफों का आदान प्रदान किया जाता है।
 
 
4. क्या कल्पित पात्र है सैंटा : कई लोग सैंटा क्लॉज को एक कल्पित पात्र मानते हैं। उनका मानना है कि इस पात्र को सबसे पहले कोको काला कंपनी ने गढ़ा क्योंकि उनकी बोतल के रंग के कपड़े सैंटा क्लॉज पहनते हैं। मतलब यह कि सैंटा क्लॉज को उपभोक्तावाद ने लोकप्रिय बनाया। इससे पहले इन्हें कोई नहीं जानता था। आज के आधुनिक युग के सांता का अस्तित्व 1930 में आया। हैडन संडब्लोम नामक एक कलाकार कोका कोला की एड में सांता के रूप में दिखाई दिया। कहते हैं कि अब सैंटा क्लाज़ के साथ और भी कई कहानियां जोड़ दी गई है। उन्हें मदद करने वाले बौने एल्वज की कहानियां भी बताई जाती है। तारों से जुड़ी कहानियां और जिंगल बेल का गीत भी जोड़ा गया है। सैंटा के संबंध में एक और लोककथा है जो गीत 'सांता क्लॉज़ इस कमिंग टू टाउन" में प्रचलित है।
Santa Claus
 
अधितर लोग मानते हैं और यह सर्वमान्य स्वीकृति है कि संत निकोलस ही सैंटा क्लॉज है।
 
 
क्या है सैंटा क्लॉज का पता : कहते हैं कि सांता अपनी पत्नी मिसेस सांता और एक बहुत बड़े परिवार के साथ नार्थ पोल पर रहते हैं। नार्थ पोल कनाडा, डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड, नार्वे, रशिया, स्वीडन और यूनाइटेड स्टेट्स जैसे देशों के पास है। यह घर पूरे साल क्रिसमय की तरह ही सजा रहता है। कहते हैं कि सांता का घर बहुत बड़ा है जो बर्फ से ढंका हुआ है। सांता के घर में एक खास जगह है जिसे सांता की डेन यानी निजी जगह कहा जाता है जहां सभी लोग जिसमें सांता, उनकी पत्नी, बहुत सारे एल्व्स और रेनडियर्स एक साथ रहते हैं। कहते हैं कि बड़ी संख्या में कल्पित बौने और कम से कम आठ या नौ उड़ने वाले रेन्डियर रहते हैं। सांता के घर में क्राफ्ट कॉटेज नामक एक जगह है जहां पर एल्व्स मिलकर खूबसूरत सामान जैसे ग्रीटिंग कार्डस, फूलों की डलियां, कागज के फूल, सुंदर पर्स, लकडी की नाव, गुलदस्ते और भी बहुत कुछ बनाते हैं। सांता के घर का दूसरा हिस्सा एक डाकघर है। 
 
 
सांता क्लॉज, सांता क्लॉज विलेज, एफआईएन 96930 आर्कटिक सर्कल, फिनलैंड। कई स्थानों पर सांता के पोस्टल वॉलेन्टियर रहते हैं जो सांता के नाम आए इन खतों का जवाब देते हैं। देश-विदेश के कई बच्चे सांता को खत की जगह ई-मेल भेजते हैं। जिनका जवाब उन्हें मिलता है और क्रिसमस के दिन उनकी विश पूरी की जाती है।
 
 
कौन देता है पत्रों का जवाब : सांता को हर साल लाखों पत्र लिखे जाते हैं। ये पत्र अधिकतर छोटे बच्चों द्वारा लिखे होते हैं। इतनी बड़ी मात्रा में आने वाले पत्रों के लिए अलग से डाक कर्मचारियों की नियुक्ति करनी होती है। कम से कम 20 देश ऐसे हैं जहाँ दिसंबर के महीने में खासतौर से नए कर्मचारी बहाल किए जाते हैं। यूरोपीय देशों में ये पत्र फादर सिमस या सेंट निकोलस तथा रूस में डेड मोरोज के नाम से पहचाने जाने वाले सांता को संबोधित होते हैं। सांता के पते के तौर पर कई बार विस्तृत जानकारी दी होती है, तो कई बार केवल 'टू सांता, नॉर्थ पोल' लिखा होता है। पत्रों में पते के तौर पर कई बार केवल सांता की छोटी-सी ड्रॉइंग बना दी जाती है।
 
 
कैसे दिखते हैं सैंटा क्लॉज : सैंटा क्लॉज का स्वरूप सफेद लंबी दाढ़ी, सफेद बार्डर वाले लाल रंग के कपड़े और सफेद बार्डर वाली सिर पर लंबी टोपी पहने बूढ़े बाबा जैसा है। मान्यता अनुसार सैंटा क्रिसमस के दिन सीधा स्वर्ग से धरती पर आते हैं और वे बच्चों के लिए टॉफियां, चॉकलेट, फल, खिलौने व अन्य उपहार बांटकर वापस स्वर्ग में चले जाते हैं। परंपरा से बच्चे सैंटा को 'क्रिसमस फादर' भी कहते हैं।

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