COVID-19 : वीके सिंह के पैतृक गांव में 2 सप्ताह में 30 व्यक्तियों की मौत

Webdunia
रविवार, 16 मई 2021 (20:49 IST)
भिवानी (हरियाणा)। जिले में केंद्रीय मंत्री वीके सिंह के पैतृक गांव बापोड़ा में पिछले 2 हफ्तों में 30 से अधिक लोगों की मौत हो गई है। यह जानकारी गांव के सरपंच ने रविवार को दी। असामान्य रूप से इतनी अधिक संख्या में हुई मौतों ने यह चिंता उत्पन्न कर दी है कि इसका कारण कोविड​​​​-19 महामारी हो सकती है।

बापोड़ा के ग्राम प्रधान नरेश ने कहा कि इनमें से कई लोगों में कोरोनावायरस (Coronavirus) संक्रमण के लक्षण थे लेकिन उनमें से केवल 3 ही जांच में संक्रमित पाए गए थे। उन्होंने कहा, पिछले दो हफ्तों के दौरान गांव में 30 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। उनमें से कई बुजुर्ग थे, मरने वालों में से केवल तीन की ही जांच रिपोर्ट में कोविड​​​​-19 की पुष्टि हुई थी।

भिवानी के उपायुक्त जयबीर सिंह आर्य ने बताया कि गांव के सभी निवासियों की जांच की गई है। रविवार को गांव का दौरा करने वाले अधिकारी ने यह भी बताया कि गांव में एक एंबुलेंस भी तैनात कर दी गई है। उन्होंने कहा, हमने गांव में एक पृथकवास केंद्र स्थापित किया है और आपातकालीन उपयोग के लिए एक एंबुलेंस भी तैनात की है। यहां टीकाकरण केंद्र भी स्थापित किए गए हैं। अधिकारी ने कहा, पूरे गांव को सैनिटाइज किया गया है।

सरपंच नरेश ने कहा कि बापोड़ा गांव की आबादी 20 हजार से ज्यादा है। मौतों पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा, उन्हें (मरने वाले लोगों) बुखार और खांसी जैसे लक्षण थे, लेकिन उन्होंने जांच नहीं कराई। इसलिए, उनकी मौत के पीछे का असली कारण अज्ञात है। उन्होंने कहा कि कई ग्रामीण कोविड​​​-19 जांच नहीं कराना चाहते।

ग्राम प्रधान ने कहा कि हालांकि स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए गांव में जांच और स्क्रीनिंग तेज कर दी है। उन्होंने कहा, पिछले कुछ दिनों के दौरान 150 से अधिक लोगों की जांच की गई और केवल एक ही व्यक्ति संक्रमित पाया गया।
ALSO READ: Coronavirus Vaccination : कोरोना वैक्सीन से पहले और बाद में बिल्कुल न करें ये 7 काम
नरेश ने कहा कि राज्य सरकार टीकाकरण शिविर भी लगा रही है और हाल में लगाए गए एक शिविर को ग्रामीणों से अच्छी प्रतिक्रिया मिली। सरपंच ने कहा कि बापोड़ा को फौजियों के गांव के रूप में भी जाना जाता है और यह केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह का पैतृक गांव भी है।
ALSO READ: सरकार ने किया आगाह : Coronavirus फिर से उभर सकता है, तैयारी करने की जरूरत
बापोड़ा एकमात्र ऐसा गांव नहीं है जहां संदिग्ध कोविड-19 के कारण इतनी अधिक संख्या में मौतें हुई हैं। पिछले महीने रोहतक के टिटोली गांव में 21 लोगों की मौत हुई थी, लेकिन अधिकारियों ने कहा कि इनमें से केवल चार की मौत संक्रमण के कारण होने की पुष्टि हुई।
ALSO READ: Coronavirus से जीतना है तो शामिल कर लीजिए इन 10 बातों को अपनी life में
हाल के सप्ताहों में भिवानी के मुंधल खुर्द और मुंधल कलां गांवों में भी लगभग 40 मौतें होने की खबरें आई थीं।
इस तरह की घटनाओं पर विपक्ष ने मांग की थी कि ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 जांच बढ़ाई जानी चाहिए। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने ग्रामीण क्षेत्रों में कोविड-19 की समस्या से निपटने के लिए एक कार्यबल गठित करने की मांग की थी।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

कौन हैं महरंग बलोच, जिनसे पाकिस्तानी फौज भी खाती है खौफ?

kunal kamra controversies : कुणाल कामरा कैसे बने चर्चित कॉमेडियन, विवादों से रहा है पुराना नाता

सुनिता विलियम्स की वापसी अटकी थी राजनीति के कारण

सांसदों का वेतन बढ़ा, 34 हवाई यात्राएं, 50 हजार यूनिट, जानिए आपके माननीयों और क्या-क्या मिलता है फ्री

क्या प्रेंग्नेंट है मुस्कान, टेस्ट से सामने आएगा सच, साहिल ने मांगा सरकारी वकील, जानिए कैसी बीत रही हैं दोनों की रातें

सभी देखें

नवीनतम

kunal kamra controversies : कुणाल कामरा कैसे बने चर्चित कॉमेडियन, विवादों से रहा है पुराना नाता

कॉमेडियन Kunal Kamra के कमेंट पर मचा बवाल, क्या बोला हैबिटेट स्टूडियो

Lakhimpur Kheri violence : धमकी को लेकर गवाह को मिली पुलिस में शिकायत की अनुमति, उच्चतम न्यायालय ने दिया आदेश

हिरासत में लिए गए 800 किसान रिहा, 450 अन्य को भी छोड़ा जाएगा : पंजाब पुलिस

LIVE: मुंबई के धारावी इलाके में लगी आग, कई सिलेंडरों में ब्लास्ट

अगला लेख