वॉशिंगटन। अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन का प्रशासन भारत में लोगों की जान बचाने के लिए ऑक्सीजन आपूर्ति श्रृंखला बढ़ाने और दुनिया में कोविड-19 महामारी के अब तक के सबसे विकट प्रकोप के खिलाफ सफल लड़ाई छेड़ने के लिए काम कर रहा है। यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलेपमेंट (यूएसएआईडी) के एक अधिकारी ने यह बात कही।
भारत में शुक्रवार को कोरोनावायरस के 3,86,452 नए मामले आए, जो अब तक एक दिन में आए सर्वाधिक मामले हैं। इसके साथ ही संक्रमण के कुल मामले 1,87,62,976 पर पहुंच गए। देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या 31 लाख के पार चली गई। एक दिन में 3,498 लोगों की मौत होने से मृतकों की संख्या 2,08,330 पर पहुंच गई है।
यूएसएआईडी कोविड-19 प्रयासों पर वरिष्ठ सलाहकार जेरेमी कोनिन्डिक ने बृहस्पतिवार को पीटीआई-भाषा को दिए साक्षात्कार में कहा, जाहिर है यह दुनिया में कोविड-19 की सबसे खराब स्थिति में से एक है।
उनकी यह टिप्पणी तब आई है जब एक दिन पहले बाइडन प्रशासन ने एक सैन्य विमान से चिकित्सा सामान और जीवनरक्षक ऑक्सीजन गैस भारत भेजी।
भारतीय अधिकारियों से हुई बातचीत के बाद कोनिन्डिक ने कहा कि अस्पताल व्यवस्था पर भारी दबाव है, ऐसे में इलाज के लिए ऑक्सीजन और दवाइयों की तत्काल आवश्यकता है।
उन्होंने कहा कि मेडिकल ऑक्सीजन आपूर्ति श्रृंखला बढ़ाने की भी आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यह अब तक की सबसे बड़ी चुनौती दिखाई देती है।
उन्होंने कहा कि भारत ने पिछले साल हमारी मदद की थी। हमारे लिए महामारी के सबसे बुरे दिनों के दौरान अमेरिका को चिकित्सा सामान भेजे थे। हम उसी तरह की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं।
कोनिन्डिक ने कहा कि यूएसएआईडी भारत में विशेषज्ञों का एक दल भेजने पर भी काम कर रहा है। (भाषा)