कोवैक्सीन के असर पर उठे सवाल और विवाद के बीच भारत बायोटेक का ऐलान- असर जांचने को करेगी चौथे फेज का ट्रायल

Webdunia
गुरुवार, 10 जून 2021 (00:57 IST)
हैदराबाद। भारत बॉयोटेक को अपने कोरोनावायरस (Coronavirus) कोविड-19 टीके कोवैक्सीन फेज-3 के डाटा को वैज्ञानिक पत्रिकाओं को दिए जाने के बाद 2 से 4 महीने में टीके के विशेषज्ञों द्वारा समीक्षा (पीयर रीव्यू) की उम्मीद है। भारत बॉयोटेक में कोविड-19 टीकों के परियोजना प्रमुख रेचेस इल्ला ने बुधवार को यह जानकारी दी।

कंपनी ने इस टीके का डाटा अब तक सार्वजनिक नहीं किया है। उन्होंने ट्विटर पर लिखा कि अब तक कोवैक्सीन के नौ प्रकाशन हुए हैं और फेज-3 ट्रायल की प्रभावित के बारे में 10वां प्रकाशन होगा। इल्ला ने कहा कि निष्पक्ष बने रहने के लिए, भारत बायोटेक/आईसीएमआर कोई डाटा हासिल नहीं कर सकते।
ALSO READ: नाखून कुछ बदले-बदले से लगें तो सावधान हो जाइए, कहीं Coronavirus की चपेट में तो नहीं
इल्ला ने कहा कि हमारे सेवा प्रदाता आईक्यूवीआईए ने अंतिम सांख्यिकीय विश्लेषण शुरू कर दिया है।सीडीएससीओ (जुलाई) को प्रभावशीलता और दो महीने की सेफ्टी सौंपने के बाद तुरंत प्री-प्रिंट सर्वर तक पहुंचने की उम्मीद है। पीयर रीव्यू में दो-चार महीने लगते हैं।

उनके ट्वीट के मुताबिक तीसरे चरण के परीक्षण में करीब 25,800 लोगों ने हिस्सा लिया। इसी बीच, भारत बॉयोटेक की संयुक्त प्रबंध निदेशक सुचित्रा इल्ला ने ट्विटर पर लिखा कि कोवैक्सीन करीब 28 शहरों के निजी अस्पतालों में पहुंच चुका है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख