Covid 19 का महाराष्ट्र में गणेश प्रतिमाओं के व्यवसाय पर बुरा प्रभाव, कारीगरों की मुश्किलें बढ़ीं

Webdunia
मंगलवार, 18 अगस्त 2020 (15:11 IST)
औरंगाबाद। कोविड-19 के चलते महाराष्ट्र में वार्षिक गणपति महोत्सव से पहले भगवान गणेश की प्रतिमा बनाने वाले कारीगरों को मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। इन मुश्किलों में कच्चा माल मिलने में कठिनाई और 4 फुट से ऊंची मूर्ति पर प्रतिबंध शामिल हैं।
ALSO READ: श्रीगणेश चतुर्थी 2020 : राशि अनुसार यह मंत्र है शुभ आपके लिए...
औरंगाबाद और जालना के कारीगरों का कहना है कि कच्चे माल की कमी के कारण लागत बढ़ने और परिवहन का खर्च अधिक होने से उनकी समस्याएं बढ़ गई हैं। महाराष्ट्र में गणेशोत्सव सबसे लोकप्रिय पर्व है। राज्यभर में विभिन्न मंडलों द्वारा स्थापित किए जाने वाले पंडाल 10 दिवसीय पर्व के दौरान हजारों श्रद्धालुओं को आकर्षित करते हैं।
 
गणेशोत्सव का आरंभ 'गणेश चतुर्थी' पर्व से होता है, जो इस साल शनिवार, 22 अगस्त से मनाया जाएगा। कोविड-19 महामारी के प्रकोप के कारण पिछले महीने राज्य सरकार ने गणपति मंडलों द्वारा स्थापित की जाने वाली मूर्तियों की ऊंचाई 4 फुट तक ही रखने का आदेश दिया था। आदेश में कहा गया था कि घर पर स्थापित मूर्तियों की ऊंचाई 2 फुट से अधिक नहीं होनी चाहिए।
ALSO READ: गणेशजी ने लिया था 3 बार जन्म और फिर लिखी महाभारत
औरंगाबाद स्थित बेगमपुरा क्षेत्र के मूर्तिकार गणेश जोबले ने कहा कि इस बार व्यापार बहुत कम हुआ। प्रतिमा बनाने के लिए कच्चा माल गुजरात से लाया जाता है। इस साल कच्चे माल का परिवहन बाधित हुआ जिससे हमारा काम प्रभावित हुआ।
 
उन्होंने कहा कि हम बड़ी गणेश प्रतिमा बनाने के लिए सालभर काम करते हैं। लेकिन इस साल 4 फुट से अधिक ऊंचाई की प्रतिमा नहीं बेची जा सकती जिससे हमारा नुकसान हो रहा है। अब हमें इन बड़ी प्रतिमाओं को अगले साल के लिए रखना होगा। एक अन्य कारीगर मनोज राखे ने कहा कि लॉकडाउन के कारण कच्चा माल मिलने में मुश्किल हुई जिससे व्यवसाय पर बुरा प्रभाव पड़ा। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

ट्रंप क्यों नहीं चाहते Apple अपने प्रोडक्ट भारत में बनाए?

क्या है RIC त्रिगुट, रूस क्यों चाहता है फिर इसे सक्रिय करना

हेलो इंदौर ये है आपकी मेट्रो ट्रेन, जानिए Indore Metro के बारे में 360 डिग्री इन्‍फॉर्मेशन

'सिंदूर' की धमक से गिड़गिड़ा रहा था दुश्मन, हमने चुन चुनकर ठिकाने तबाह किए

खतना करवाते हैं लेकिन पुनर्जन्म और मोक्ष में करते हैं विश्वास, जानिए कौन हैं मुसलमानों के बीच रहने वाले यजीदी

सभी देखें

नवीनतम

देहरादून में आपदा प्रबंधन पर कार्यशाला

Exam में नीला ड्रम कांड, DDU के LLB के छात्रों को आया मेरठ के चर्चित सौरव मर्डर केस से जुड़ा सवाल

सीएम योगी जी तो पॉवरफुल हैं ही, CJI बीआर गवई ने क्यों कही यह बात

ईरान ने जमा किया परमाणु बम बनाने से ज्यादा यूरेनियम, IAEA की गोपनीय रिपोर्ट में हुआ खुलासा

Indus Water Treaty स्थगन पर पाकिस्तान की बिलबिलाहट, गिड़गिड़ा रहे शाहबाज को भारत ने दिखाया आईना

अगला लेख