Corona India news : सरकार ने किया आगाह- कोरोना संक्रमण से बद से बदतर हो रहे हालात, समूचा देश जोखिम में

Webdunia
मंगलवार, 30 मार्च 2021 (20:54 IST)
नई दिल्ली। केंद्र ने मंगलवार को कहा कि कोरोनावायरस संक्रमण संबंधी स्थिति ‘बद से बदतर हो रही है’ और यह खासतौर पर कुछ राज्यों के लिए बड़ी चिंता का विषय है। पूरा देश जोखिम में है और किसी को भी लापरवाही नहीं करनी चाहिए।
ALSO READ: 45 से अधिक उम्र वाले लगवा सकेंगे कोरोना वैक्सीन का टीका, 1 अप्रैल से होगा रजिस्ट्रेशन, जानिए प्रक्रिया
इसने कहा कि कोविड-19 से सर्वाधिक प्रभावित 10 जिलों में से 8 महाराष्ट्र से हैं और दिल्ली भी एक जिले के रूप में इस सूची में शामिल है।
 
स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि जिन 10 जिलों में सर्वाधिक उपचाराधीन मामले हैं, उनमें पुणे (59,475), मुंबई (46,248), नागपुर (45,322), ठाणे (35,264), नासिक (26,553), औरंगाबाद (21,282), बेंगलुरु नगरीय (16,259), नांदेड़ (15,171), दिल्ली (8,032) और अहमदनगर (7,952) शामिल हैं। उन्होंने कहा कि तकनीकी रूप से दिल्ली में कई जिले हैं, लेकिन इसे एक जिले के रूप में लिया गया है।
 
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने कहा कि कोविड-19 संबंधी स्थिति बद से बदतर हो रही है। पिछले कुछ सप्ताहों में, खासकर कुछ राज्यों में, यह एक बड़ी चिंता विषय है। किसी भी राज्य, देश के किसी भी हिस्से या जिले को लापरवाही नहीं बरतनी चाहिए।
 
उन्होंने कहा कि हम काफी अधिक गंभीर स्थिति का सामना कर रहे हैं, निश्चित तौर पर कुछ जिलों में। लेकिन पूरा देश जोखिम में है, इसलिए रोकने (संक्रमण के प्रसार को) और जीवन बचाने के सभी प्रयास किए जाने चाहिए।
 
पॉल ने कहा किअस्पताल और आईसीयू संबंधी तैयारियां तैयार रहनी चाहिए। यदि मामले तेजी से बढ़े तो स्वास्थ्य देखरेख प्रणाली चरमरा जाएगी।
ALSO READ: Corona का साइड इफेक्ट, भारत की जीडीपी 2019 से भी कम रहने के आसार
संक्रमण दर के मुद्दे पर भूषण ने कहा कि महाराष्ट्र में पिछले सप्ताह औसत संक्रमण दर 23 प्रतिशत थी। इसके बाद पंजाब में 8.82 प्रतिशत, छत्तीसगढ़ में 8.24 प्रतिशत, मध्यप्रदेश में 7.82 प्रतिशत, तमिलनाडु में 2.5 प्रतिशत, कर्नाटक में 2.45 प्रतिशत, गुजरात में 2.22 प्रतिशत और दिल्ली में औसत संक्रमण दर 2.04 प्रतिशत थी। पूरे देश में पिछले सप्ताह औसत संक्रमण दर 5.65 प्रतिशत थी।
 
भूषण ने कहा कि सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से संक्रमण के मामलों में वृद्धि की खबरें हैं और कोविड-19 संबंधी जांच में तेजी से वृद्धि किए जाने की और इसमें आरटी-पीसीआर जांच का अनुपात भी बढ़ाने की आवश्यकता है।
 
उन्होंने कहा कि शनिवार को, हमने इन राज्यों के साथ बैठक की और 47 जिलों के साथ भी चर्चा हुई। हमने उनसे जांच की संख्या बढ़ाने और आरटी-पीसीआर जांच पर विशेष ध्यान देने का आग्रह किया। स्क्रीनिंग के लिए और घनी आबादी वाले उन क्षेत्रों में, जहां मामले क्लस्टर के रूप में सामने आ रहे हैं, रैपिड एंटीजन जांच का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।
 
वायरस के स्वरूपों के बारे में स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि 10 प्रयोगशालाओं ने दिसंबर से अब तक 11064 नमूनों की ‘जीनोम सीक्वेंसिंग’ की है जिनमें से 807 नमूनों में ब्रिटेन में मिला कोरोना वायरस का नया स्वरूप पाया गया, 47 नमूनों में वायरस का दक्षिण अफ्रीकी स्वरूप मिला तथा एक नमूने में वायरस का ब्राजीलियाई स्वरूप मिला। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख