ITBP संचालित कोविड केंद्र में मरीजों का तनाव दूर करने के लिए परामर्शदाता नियुक्त

Webdunia
बुधवार, 12 मई 2021 (17:36 IST)
नई दिल्ली। दक्षिण दिल्ली में भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) द्वारा संचालित कोविड केंद्र में अब मरीजों को निर्बाध ऑक्सीजन उपलब्ध कराई जा रही है जबकि मरीजों और उनके तीमारदारों का तनाव दूर करने के लिए वहां कम से कम 30 परामर्शदाता (स्ट्रेस काउंसलर) नियुक्त किए गए हैं। अधिकारियों ने बुधवार को इस बारे में बताया।

ALSO READ: देश में कोरोना की तीसरी लहर का कितना खतरा और कैसे होगा मुकाबला,एक्सपर्ट से जानिए
 
उन्होंने बताया कि छतरपुर इलाके में 26 अप्रैल से शुरू हुए 500 बेड वाले सरदार पटेल कोविड केयर सेंटर (एसपीसीसीसी) में वर्तमान में कोरोनावायरस से संक्रमित करीब 357 मरीज हैं और अब यहां परिस्थितियां काफी हद तक ठीक हो गई हैं। पीपीई किट पहने ये 'स्ट्रेस काउंसलर' पूरे परिसर का मुआयना करते हैं और सुबह मरीजों से बात करते हैं।

ALSO READ: एशिया में महामारी की स्थिति विस्फोटक, अमेरिका, यूरोप और अफ्रीका से भी अधिक मामले
 
सीमा बल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आईटीबीपी संभवत: एकमात्र सुरक्षा बल है जिसके पास उसके अपने काउंसलर हैं। ये काउंसलर राष्ट्रीय मानसिक स्वास्थ्य और स्नायु विज्ञान संस्थान (निमहंस), बेंगलुरु से प्रशिक्षित हैं। ये स्ट्रेस काउंसलर नियमित आधार पर जवानों से बात करते हैं लेकिन अब उन्हें एसपीसीसीसी में मरीजों और उनके तीमारदारों में तनाव और घबराहट दूर करने के लिए तैनात किया गया है।

ALSO READ: COVID-19 : राजस्थान सरकार करवाएगी एंटीजन जांच, ग्रामीण क्षेत्रों में तेजी से फैल रहा संक्रमण
 
अधिकारी ने बताया कि कुछ बुजुर्ग या कमजोर मरीजों को केंद्र में तीमारदार रखने की अनुमति दी गई है। ये काउंसलर उनसे हर विषय पर बात करते हैं, खुद को फिट और तंदुरुस्त रखने के लिए कसरत करने, दिमाग से अज्ञात अनहोनी के डर को कैसे दूर रखें, घबराहट, बेचैनी और यहां तक कि वैश्विक स्तर पर कोविड-19 के खिलाफ जंग में क्या कुछ हो रहा है, जैसे विषयों पर बात करते हैं। 
 
उन्होंने बताया कि कुछ निश्चित दिन के अंतराल पर योग प्रशिक्षक एक बड़े से हॉल में मरीजों को योग सत्र भी कराते हैं। आईटीबीपी के प्रवक्ता ने बताया कि वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. प्रशांत मिश्रा के नेतृत्व में करीब 30 स्ट्रेस काउंसलर की टीम केंद्र में काम कर रही है।

 
उन्होंने बताया कि दिल्ली सरकार द्वारा वित्तपोषित और संचालित केंद्र में करीब 2 सप्ताह तक चिकित्सकीय ऑक्सीजन की कमी के चलते इसकी क्षमता अनुसार मरीजों को भर्ती नहीं किया गया। केंद्र सरकार ने आईटीबीपी के डॉक्टरों और अर्द्ध चिकित्साकर्मियों की मेडिकल टीम को इस केंद्र में भेजा है। पिछले साल भी कोरोनावायरस के मामले बढ़ने के दौरान इस टीम को मदद के लिए भेजा गया था। आधिकारिक आंकड़े के अनुसार इस कोविड केंद्र में अब तक कुल 1,089 मरीज आए हैं जिनमें 648 मरीजों को उपचार के बाद छट्टी दे दी गई है और 84 मरीजों की मौत हुई है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

पाकिस्तान में बेनाम सामूहिक कब्रों के पास बिलखती महिलाएं कौन हैं...?

नरेंदर सरेंडर... भोपाल में PM मोदी पर राहुल गांधी ने बोला जमकर हमला

क्या ये वन नेशन, वन हसबैंड योजना है, मोदी के नाम का सिंदूर लगाएंगे, Operation Sindoor पर भगवंत मान के बयान पर बवाल

Operation Sindoor में भारतीय नुकसान पर फिर आया CDS अनिल चौहान का बयान, जानिए क्या कहा

सोनम की सास से बातचीत की आखिरी ऑडियो क्‍लिप वायरल, पढ़िए पूरी बात, लापता होने से पहले क्‍या कहा था बहू ने?

सभी देखें

नवीनतम

रूस पर यूक्रेन का बड़ा हमला, 1100 किलो के अंडरवॉटर विस्फोटक से क्रीमिया ब्रिज को उड़ाया

Covid-19 : नोएडा में कोरोना वायरस का विस्फोट, 1 दिन में मिले 45 नए मरीज

प्रशांत किशोर की बढ़ीं मुश्किलें, बिहार के मंत्री अशोक चौधरी ने दर्ज कराया मानहानि का मुकदमा

Bihar Election 2025 Date: बिहार में कब हैं विधानसभा चुनाव 2025

फिर खुलेगा खुशी कूलवाल सुसाइड केस, पूर्व विधायक के भाई पुलिस की रडार पर, घिर सकते हैं कई हाईप्रोफाइल लोग

अगला लेख