नई दिल्ली। भारत में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के 40,953 नए मामले सामने आए, जो 111 दिन में सर्वाधिक मामले हैं। इसके साथ ही देश में संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 1,15,55,284 पर पहुंच गई है। पिछले 10 दिनों में देश में कोरोना के 2,80,889 नए मरीज मिले हैं। 17 मार्च से 20 मार्च के बीच देश में एक लाख से अधिक मामले सामने आए हैं।
10 मार्च को देश में 17,921 नए मरीज मिले थे जो 19 मार्च तक देखते ही देखते करीब 41 हजार तक पहुंच गए। इससे पहले 29 नवंबर 2020 को 24 घंटे में कोरोना वायरस संक्रमण के 41,812 नए मामले सामने आए थे। देश में अब भी 2,88,394 उपचाराधीन मामले हैं जो संक्रमण के कुल मामलों का 2.49 प्रतिशत है, जबकि संक्रमण से ठीक होने की दर गिरकर 96.12 प्रतिशत रह गई है।
लापरवाही पड़ी भारी : तेजी से बढ़ते कोरोना मरीजों की यह संख्या भी आम लोगों में जागरुकता बढ़ाने में विफल रही है। लोग ना तो मास्क पहन रहे हैं ना ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कर रहे हैं। महाराष्ट्र के बाजारों से लेकर 5 राज्यों में हो रही चुनावी रैलियों तक, किसान आंदोलन से लेकर बैंक हड़ताल और विरोध प्रदर्शनों तक कोरोना प्रोटोकॉल की जमकर धज्जियां उड़ाई जा रही है।
महाराष्ट्र से बंगाल तक कहां-कितनी मौतें : देश में अब तक इस वैश्विक महामारी से 1,59,558 लोग जान गंवा चुके हैं। इनमें 53,208 लोगों की मौत महाराष्ट्र में, 12,582 लोगों की तमिलनाडु में, 12,425 की कर्नाटक में, 10,953 की दिल्ली में, 10,301 की पश्चिम बंगाल में, 8,757 की उत्तर प्रदेश तथा 7,187 लोगों की मौत पश्चिम बंगाल में हुई।
गौरतलब है कि 19 सितंबर के बाद से ही देश में कोरोनावायरस के नए मामलों में उल्लेखनीय कमी आई थी। लोग सामान्य जनजीवन की और लौट गए थे। स्कूल कॉलेज भी खुलने लगे थे लेकिन कोरोना की नई लहर ने देश में स्थिति को चिंताजनक बना दिया है। लापरवाही पर लगाम कसने के लिए शासन प्रशासन भी अब सख्त हो गया है। लॉकडाउन और नाइट कर्फ्यू का सहारा लिया जा रहा है।