कोरोना से लड़ने में गुजरात सक्षम, सीएम रुपाणी ने बताया राज्य में क्यों बढ़े मामले...

Webdunia
गुरुवार, 30 अप्रैल 2020 (12:19 IST)
नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित राज्यों में एक गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रुपाणी का दावा है कि राज्य में हालात नियंत्रण में हैं और इस संकट से निपटने के लिए पर्याप्त संसाधनों के चलते आने वाले समय में संक्रमण से प्रभावितों की संख्या में कमी आएगी। हालांकि अहमदाबाद में संक्रमण के मामलों में बढ़ोतरी के लिए मुख्यमंत्री ने तबलीगी जमात के सदस्यों को जिम्मेदार ठहराया।

रूपाणी ने भाषा को दिए विशेष साक्षात्कार में कहा कि यह बात काफी हद तक सही है कि तबलीगी जमात की घटना के बाद राज्य में विशेष तौर पर अहमदाबाद में संक्रमण के मामले काफी बढ़े हैं। हालांकि हमने इससे होने वाले नुकसान को कम से कम करने की कोशिश की है। लेकिन अब जो स्थिति सामने आ चुकी है, उसे हमें हल करना ही होगा।

उन्होंने कोरोना संक्रमितों के इलाज में धर्म के आधार पर भेदभाव किये जाने के आरोपों को भी खारिज किया। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में मरीजों को उनकी आयु, स्त्री, पुरूष, मेडिकल हिस्ट्री तथा संक्रमण की तीव्रता के आधार पर अलग-अलग वार्ड में रखा जाता है। भेदभाव की बात बेबुनियाद है।

रूपाणी ने कहा कि ‘सबका साथ, सबका विकास’ हमारी शासन व्यवस्था का मूलमंत्र है । हम जो भी काम करते हैं, योजनाएं बनाते हैं या कोई कदम उठाते हैं, वह राज्य की साढ़े छह करोड़ जनता के लिए होता है।‘

राज्य में संक्रमण के मामले तेजी से बढ़ने के बीच मुख्यमंत्री का मानना था कि मौजूदा परिस्थिति में कोविड-19 संकट से निपटने के लिये राज्य के पास पर्याप्त संसाधन हैं। हालांकि, मुख्यमंत्री का कहना था कि महामारी की स्थिति में (मामले) कब घट या बढ़ हो जाए.. यह कोई दावे से नहीं कह सकता।

रूपाणी ने कहा कि स्थानीय स्तर पर दवा और चिकित्सा उपकरण का उत्पादन होने के कारण हमें दूसरों पर निर्भर नहीं रहना पड़ रहा है। हमारी इन तैयारियों ने महामारी से निपटने की राह को थोड़ा सरल बनाया है।

उन्होंने कहा कि इस महामारी का संक्रमण काल (इन्क्यूबेशन पीरियड) 14 दिनों का होता है, इसलिये स्वभाविक है कि अभी जो भी मामले आ रहे हैं, वे 5 से 10 दिन पुराने है। उन्होंने विश्वास जताया कि आने वाले दिनों में यह संख्या घटेगी।
गौरतलब है कि गुजरात में कोरोना वायरस संक्रमण के करीब साढ़े तीन हजार मामने सामने आए हैं और इसके कारण 160 लोगों की मौत हुई है। (भाषा)

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