WHO का अनुमान, दुनिया की 10 फीसदी से कम आबादी में हैं कोरोनावायरस एंटीबॉडी

Webdunia
सोमवार, 1 मार्च 2021 (11:54 IST)
जिनेवा। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) की मुख्य वैज्ञानिक सौम्या स्वामीनाथन ने कहा कि डब्ल्यूएचओ का अनुमान है कि वैश्विक आबादी के 10 प्रतिशत से भी कम लोगों में कोरोनावायरस की एंटीबॉडी विकसित हुई है।
 
स्वामीनाथन ने रविवार को एक साक्षात्कार में कहा कि दुनियाभर के 10 प्रतिशत से भी कम लोगों में इस वायरस की एंटीबॉडी हैं। बहुत उच्च घनत्व वाली शहरी बस्तियों में हालांकि 50 से 60 प्रतिशत आबादी वायरस के संपर्क में आ चुकी है और उनमें एंटीबॉडी विकसित हो गई है लेकिन हर जगह ऐसा नहीं है। इस साक्षात्कार को डब्ल्यूएचओ के आधिकारिक ट्विटर पेज पर जारी किया गया है।
ALSO READ: अच्छी खबर, दिल्ली के 56 फीसदी लोगों में मिली Coronavirus के खिलाफ एंटीबॉडी
उन्होंने जोर देकर कहा कि सामूहिक हर्ड इम्युनिटी को प्राप्त करने का एकमात्र तरीका टीकाकरण है। स्वामीनाथन ने कहा कि वर्तमान में स्वीकृत टीके कोविड-19 से गंभीर बीमारी, अस्पताल में भर्ती होने और मृत्यु से सुरक्षा प्रदान करते हैं। हल्के रोग और स्पर्शोन्मुख कोरोनावायरस संक्रमण के संबंध में टीकों की प्रभावशीलता का अब भी अध्ययन किया जा रहा है। (वार्ता)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

BJP में 75 की उम्र में Retirement का नियम नहीं, PM मोदी पर संजय राउत के बयान पर क्यों भड़के बावनकुले

जंग की आहट, ईरान की मिसाइलों के जवाब में डोनाल्ड ट्रंप का हवा का शैतान B-2 बॉम्बर तैयार

लोकसभा में बुधवार को वक्फ बिल पर मोदी सरकार की अग्निपरीक्षा, जानिए क्या है सदन की संख्या से लेकर सियासत तक समीकरण?

आलीशान कोठी को बना दिया पोर्न स्‍टूडियो, काली फिल्‍म में आती थी खूबसूरत मॉडल्‍स, एक घंटे में 5 लाख कमाई

97 लाख Whatsapp अकाउंट्‍स पर लगाया बैन, जानिए मेटा ने क्यों उठाया यह कदम, आपका खाता तो नहीं हुआ बंद

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: वक्फ ने तो संसद भवन की जमीन पर भी दावा किया था, किरण रिजिजू का विपक्ष पर निशाना

क्या सुनीता विलियम्स को मिलेगा भारत रत्न, तृणमूल कांग्रेस सांसद की राज्यसभा में मांग

पाकिस्तानी सैनिक भारतीय सीमा में घुसे, मिला करारा जवाब, 5 शत्रु सैनिक जख्‍मी

क्‍या होता है Waqf, क्‍यों ये बिल ला रही मोदी सरकार, क्‍यों मुस्‍लिम कर रहे विरोध, जानिए Waqf Bill की पूरी कहानी?

वक्फ संशोधन बिल से क्यों नाराज हैं मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड?

अगला लेख