कोरोनावायरस का कहर : कई एशियाई देशों में फिर बढ़ा संक्रमण, किस देश में क्या है प्रतिबंध...

Webdunia
बुधवार, 19 मई 2021 (13:06 IST)
ताइपे। पूरे एशिया में कोरोना वायरस के मामले फिर से बढ़ रहे हैं। एशिया के ऐसे कई देशों में संक्रमण फिर से बढ़ गया है, जहां यह पहले नियंत्रण में लग रहा था। उन देशों में स्कूल बंद कर दिए गए हैं, होटल व रेस्तरां सेवा प्रतिबंधित है, टैक्सी चालकों को ग्राहक नहीं मिल रहे हैं, शादियां अचानक रद्द कर दी गई हैं।
 
कम आबादी वाले मंगोलिया में मरने वालों की संख्या 15 से बढ़कर 233 तक बढ़ गई है, जबकि ताइवान में पिछले सप्ताह से संक्रमण के 1,000 से अधिक मामले सामने आ चुके हैं और 6,00,000 से अधिक लोगों को दो सप्ताह के चिकित्सा पृथकवास में रखा गया है। ताइवान ने इससे पहले वायरस को सफलतापूर्वक नियंत्रित कर लिया था। हांगकांग और सिंगापुर ने दूसरी बार क्वारंटीन-मुक्त यात्रा स्थगित कर दी है।
 
चीन में चौकियां स्थापित : चीन में स्थानीय संक्रमण के मामले खत्म हो चुके हैं, लेकिन विदेश से आने वाले लोगों के संपर्क में आने से नए मामले सामने आ रहे हैं। चीन ने लियाओनिंग प्रांत में टोल बूथों, हवाई अड्डों और रेलवे स्टेशनों पर चौकियां स्थापित की हैं, जहां मंगलवार को चार और मामले सामने आए।
 
भारत और यूरोप के कुछ हिस्सों में संक्रमण बड़े पैमाने पर फैल रहे हैं। मास्क लगाने के सख्त आदेश, मामलों का तेजी से पता लगाना, बड़े पैमाने पर जांच और व्यापक टीकाकरण के बावजूद संक्रमण का प्रसार खतरनाक स्तर पर हो रहा है। कई देशों में सामाजिक और आर्थिक जीवन को फिर से सामान्य करने के प्रयास किए जा रहे हैं, विशेष रूप से स्कूलों और आतिथ्य-सत्कार उद्योग जैसे क्षेत्र बहाल करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
 
ताइपे में स्कूल, जिम और पूल बंद : एक महामारी विज्ञानी और ताइवान के पूर्व उपराष्ट्रपति चेन चिएन-जेन के अनुसार, ब्रिटेन में पहली बार सामने आए वायरस के अधिक आसानी से प्रसारित होने वाले स्वरूप के कारण ताइवान में मामले बढ़े हैं। ताइपे में स्कूल, जिम और पूल बंद हैं और घर के अंदर पांच से अधिक लोगों और 10 से अधिक लोगों के बाहर इकट्ठा होने पर प्रतिबंध है। द्वीप में बुधवार से सभी स्कूलों को बंद कर दिया गया है।
 
ताइवान के राष्ट्रपति त्साई इंग-वेन ने जनता से सार्वजनिक स्थलों से दूर रहले की अपील की है। त्साई ने कहा कि हम अपनी चिकित्सा क्षमता को मजबूत करना जारी रखेंगे। उन्होंने कहा कि टीके विदेशों से आ रहे हैं।
 
मलेशिया में 1 माह का लॉकडाउन : मलेशिया में मामलों में तेज वृद्धि के बीच अप्रत्याशित रूप से 7 जून तक एक महीने का लॉकडाउन लगाया गया है। यह महज एक साल में दूसरा देशव्यापी लॉकडाउन है और जनवरी के बाद से देश में संक्रमण के मामलों में चार गुना वृद्धि हुई है, जिसके बाद देश में अब कुल मामले 47,400 से अधिक हो गए।
 
वहां अंतरराज्यीय यात्रा और सामाजिक गतिविधियों पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, स्कूल बंद हैं और रेस्तरां केवल टेकआउट सेवा प्रदान कर सकते हैं।
 
सिंगापुर में 13 जून तक कड़े प्रतिबंध : सिंगापुर ने सामाजिक दूरी बनाए रखने के लिए 13 जून तक कड़े उपाय लागू किए हैं, सार्वजनिक समारोहों को दो लोगों तक सीमित कर दिया है और रेस्तरां में बैठकर खाने पर प्रतिबंध लगा दिया है।
 
क्या है थाईलैंड का हाल : थाईलैंड में मंगलवार को संक्रमण से 35 मौतें हुईं, जो प्रकोप शुरू होने के बाद से सबसे अधिक है। देश में इससे मरने वालों की संख्या 649 हो गई, जिनमें से 555 नवीनतम लहर में हुई हैं। थाईलैंड के कुल 1,16,000 मामलों में से लगभग तीन-चौथाई मामले अप्रैल से सामने आए हैं।
 
मनीला में मामले बढ़ने के कारण अप्रैल में लॉकडाउन लगाया गया। फिलीपीन में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण के 11 लाख के अधिक मामले आ चुके हैं, जबकि 18,800 से अधिक मौतें हो चुकी हैं।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

प्रियंका गांधी ने वायनाड सीट पर तोड़ा भाई राहुल गांधी का रिकॉर्ड, 4.1 लाख मतों के अंतर से जीत

election results : अब उद्धव ठाकरे की राजनीति का क्या होगा, क्या है बड़ी चुनौती

एकनाथ शिंदे ने CM पद के लिए ठोंका दावा, लाडकी बहीण योजना को बताया जीत का मास्टर स्ट्रोक

Sharad Pawar : महाराष्ट्र चुनाव के नतीजों से राजनीतिक विरासत के अस्तित्व पर सवाल?

UP : दुनिया के सामने उजागर हुआ BJP का हथकंडा, करारी हार के बाद बोले अखिलेश, चुनाव को बनाया भ्रष्टाचार का पर्याय

सभी देखें

नवीनतम

LIVE: राज्‍यपाल से मिले हेमंत सोरेन, पेश किया सरकार बनाने का दावा

बावनकुले ने बताया, कौन होगा महाराष्‍ट्र का अगला मुख्‍यमंत्री?

संसद सत्र से पहले सर्वदलीय बैठक, सरकार ने सभी दलों से की यह अपील

अजित पवार बने विधायक दल के नेता, राकांपा की बैठक में हुआ फैसला

Uttarakhand : जनता के लिए खुलेगा ऐतिहासिक राष्ट्रपति आशियाना, देहरादून में हुई उच्चस्तरीय बैठक

अगला लेख