नई दिल्ली। आज से देश में 15-18 साल के बच्चों को कोरोना टीका लगाया जा रहा है। इसे लेकर राज्य सरकारों ने भी कमर कस ली है। खबरों के मुताबिक कोविन ऐप पर 10 लाख रजिस्ट्रेशन हुए हैं। खबर लिखे जाने तक 1 लाख बच्चों को वैक्सीन लग चुकी है।
उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ वैक्सीन सेंटर का निरीक्षण करने पहुंचे। मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में 15-18 साल के बच्चों की संख्या लगभग 1,40,00,000 हैं। उन्हें कोवैक्सीन देने के लिए कहा गया है। आज से प्रदेश में 2,150 केंद्रों में वैक्सीनेशन शुरू हुआ है। लखनऊ में 39 केंद्र बनाए हैं, जहां 15-18 साल के बच्चों को वैक्सीन की डोज दे रहे हैं।
केरल में भी 15 से 18 साल के बच्चों को कोरोना टीका लगाया जा रहा है। राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज ने कहा कि राज्य में 15 से 18 साल की उम्र के 15 लाख युवा हैं। इनका 10 दिनों के अंदर टीकाकरण कर लिया जाएगा। भारत के औषधि महानियंत्रक (Drugs Controller General of India) ने कुछ शर्तों के साथ 12 वर्ष से अधिक उम्र के बच्चों के लिए भारत बायोटेक के कोवैक्सिन को आपातकालीन उपयोग की अनुमति दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने पहले ही साफ कर दिया है कि 15-18 साल के बच्चों को कोवैक्सिन दी जाएगी।
गुजरात में 15 साल से 18 साल के आयु वर्ग के किशोरों के लिए सोमवार से विशेष कोविड-19 टीकाकरण अभियान शुरू हो गया। राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने एक सप्ताह में करीब 36 लाख किशोरों का टीकाकरण करने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने राजधानी गांधीनगर के कोबा इलाके के एक स्कूल में इस टीकाकरण अभियान की शुरुआत की। वह सुबह स्कूल पहुंचे, टीकाकरण सुविधा केंद्र का निरीक्षण किया और कुछ लाभार्थी बच्चों से बातचीत भी की।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक, राज्य भर में एक सप्ताह तक चलने वाले इस विशेष कोविड-19 टीकाकरण अभियान का लक्ष्य 15 साल से 18 साल के आयु वर्ग के करीब 36 लाख किशोरों को कोविड-19 रोधी टीके की खुराक देना है। सात जनवरी को प्रमुख रूप से 10वीं कक्षा के विद्यार्थियों का टीकाकरण किया जाएगा।