Corona मामलों को लेकर चौंकाने वाला दावा, एक केस मिला तो 30 का पता ही नहीं चला

Webdunia
शनिवार, 31 जुलाई 2021 (22:00 IST)
नई दिल्ली। स्वतंत्र महामारी विज्ञानी डॉ चंद्रकांत लहरिया द्वारा भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) के चौथे सीरो सर्वेक्षण के विश्लेषण में कहा गया है कि भारत में कोविड-19 का एक मामला दर्ज होने के साथ 30 मामले ऐसे रहे जिनका पता नहीं चला या यह दर्ज नहीं हो पाया।
ALSO READ: Uttarakhand : 2 अगस्त से फिर खुलेंगे कक्षा 9वीं से 12वीं कक्षा के स्कूल, SOP जारी
लोक स्वास्थ्य विशेषज्ञ ने ट्विटर पर यह विश्लेषण साझा किया जिसमें दिखाया गया कि भारत में प्रत्येक मामले पर कितने ऐसे मामले थे जिनका पता नहीं चला। हालांकि, उन्होंने स्पष्ट किया कि इसका मतलब यह नहीं है कि ऐसा जानबूझकर किया गया लेकिन यह रोग निगरानी प्रणाली के प्रदर्शन और मामलों से निपटने में राज्य के कदमों को दर्शाता है।
ALSO READ: शिवराज सरकार के मंत्री ने महंगाई के लिए नेहरू को बताया जिम्मेदार, कांग्रेस ने उड़ाया मजाक
लहरिया ने कहा कि कई मामले बिना लक्षण वाले थे जिससे उनका पता नहीं चला। अगर सही से मरीजों के संपर्क का पता किया जाता तो बिना लक्षण वाले मामलों का भी पता चल सकता था। यह इस तथ्य से परिलक्षित होता है कि कुछ राज्यों ने दूसरों की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है क्योंकि वे अन्य राज्यों की तुलना में अधिक मामले सामने ला पाए।
 
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को देश के 70 जिलों में आईसीएमआर द्वारा किए गए राष्ट्रीय सीरो सर्वेक्षण के चौथे चरण के निष्कर्षों को शेयर किया। मध्यप्रदेश 79 प्रतिशत सीरो उपस्थिति के साथ तालिका में सबसे आगे है वहीं 44.4 प्रतिशत के साथ केरल में सीरो की सबसे कम मौजूदगी मिली। इसके बाद 50.3 प्रतिशत के साथ असम और 58 प्रतिशत के साथ महाराष्ट्र का स्थान है।
 
विश्लेषण के मुताबिक प्रयोगशाला में कोविड-19 के एक मामले की पुष्टि के अनुपात में छह से 98 तक ऐसे मामले रहे जो दर्ज नहीं हो पाए। लहरिया के मुताबिक राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के आंकड़ों के विश्लेषण के मुताबिक सबसे ज्यादा उत्तर प्रदेश में मामले दर्ज नहीं हो पाए।

उत्तर प्रदेश में एक मामला दर्ज हुआ तो 98 ऐसे मामले रहे जिनका पता नहीं चला। जबकि केरल में एक मामला दर्ज हुआ तो छह मामलों का पता ही नहीं चल पाया। उत्तर प्रदेश के बाद मध्य प्रदेश ऐसा राज्य रहा जहां प्रत्येक मामला पर 83 मामले सामने नहीं आ पाए।
ALSO READ: COVID-19 : 10 राज्यों में संक्रमण के मामलों ने बढ़ाई चिंता, केंद्र सरकार ने दिए निर्देश
सीरो सर्वेक्षण में व्यक्ति के शरीर में एंटीबॉडी का पता लगाया जाता है। यह एंटीबॉडी या तो संक्रमण के जरिए या टीके के जरिए तैयार होती है। हालांकि लहरिया ने कहा कि राज्य और जिला स्तर पर सर्वेक्षण एक अधिक सटीक तस्वीर प्रदान करेगा और सरकार को तत्काल इस तरह के सर्वेक्षण की योजना बनानी चाहिए।  (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

Congress : बूथ से विचाराधारा तक की चुनौतियों पर कांग्रेस का मंथन, क्या होंगे अहमदाबाद अधिवेशन के मुद्दे

पश्चिम बंगाल में रामनवमी की धूम, हाईअलर्ट के बीच जुलूस और शोभायात्राएं, BJP और TMC के नेता हुए शामिल

Waqf amendment bill को लेकर सुप्रीम कोर्ट में नई याचिका, जानिए क्या की गई मांग

किसान नेता जगजीत डल्लेवाल ने तोड़ा अनशन, केंद्रीय मंत्री शिवराज ने की थी अपील

भाषा विवाद के बीच PM मोदी का बड़ा बयान, DMK को लेकर कही बड़ी बात, स्टालिन पर कसा तंज

सभी देखें

नवीनतम

दिल्ली छावनी में महिला पर चाकू से सरेआम हमला, पीड़िता और हमलावर अस्पताल में भर्ती

SP नेता के 10 ठिकानों पर ED की छापेमारी, 700 करोड़ के बैंक लोन घोटाले का मामला

कुणाल कामरा ने खटखटाया बॉम्बे हाई कोर्ट का दरवाजा, FIR को रद्द करने की मांग की

Petrol Diesel Prices : अंतरराष्ट्रीय बाजार में क्रूड ऑइल के दाम निचले स्तर पर, जानें पेट्रोल और डीजल के ताजा भाव

संभल में उपद्रवियों ने जो ईंट पुलिसकर्मियों पर फेंकी, उनसे बना डाली चौकी, लिख दिया कृष्ण का उपदेश

अगला लेख