प्रियंका गांधी ने पूछा- इस संकट के समय जनता से झूठ बोलने की सजा क्या होनी चाहिए?

Webdunia
रविवार, 25 अप्रैल 2021 (16:45 IST)
लखनऊ। ऑक्सीजन के भरपूर भंडारण के उत्तरप्रदेश सरकार के दावे का मखौल उड़ाते हुए कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने कहा कि संकट की इस घड़ी में जनता से झूठ बोलने की क्या सजा होनी चाहिए। 
वाड्रा ने रविवार को ट्वीट किया कि इस संकट के समय जनता से झूठ बोलने की सजा क्या होनी चाहिए।
ALSO READ: सीएम योगी का ऐलान- कोरोना मरीजों के अंतिम संस्कार का खर्च वहन करेगी सरकार...
जरा खुद को उन मरीजों की जगह रखकर देखिए जिनको कहा जाता है ऑक्सीजन की कमी की वजह से दाखिला नहीं मिलेगा। ऑक्सीजन कम है मरीज ले जाओ। संवेदनहीन सरकार ही ऐसा वक्तव्य देगी। 
 
उन्होने ट्वीट के साथ मुख्यमंत्री के ऑक्सीजन को लेकर दिए गए वक्तव्य के अलावा ऑक्सीजन संकट को लेकर अस्पतालों में मची मारामारी संबधित खबरों की कटिंग भी पोस्ट की है।
 
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य में ऑक्सीजन और जीव रक्षक रेमेडेसीविर इंजेक्शन की कोई कमी नहीं है और अस्पतालों को कोविड मरीजों को तत्काल भर्ती करना चाहिए। राज्य सरकार ने ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए हवाई सेवा की भी मदद ली है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

हवाई हमलों में ढेर हुआ हमास का चीफ मोहम्मद सिनवार, बेंजामिन नेतन्याहू ने किया ऐलान

नाथूराम गोडसे का वंशज है कोर्ट में केस करने वाला, सावरकर मानहानि मामले में राहुल गांधी का दावा, शिवसेना नेता ने दी मुंह पर कालिख पोतने की धमकी

Pakistan क्यों गई थी कांग्रेस नेता की पत्नी, गौरव गोगोई ने दिया CM हिमंत विस्वा सरमा को जवाब

3 भारतीय ईरान में किडनैप, मांगी करोड़ों की फिरौती, एजेंट ने ऑस्ट्रेलिया भेजने का किया था वादा, पढ़िए पूरी कहानी

शशि थरूर के बयान पर क्‍यों भड़के कांग्रेस नेता उदित राज, बोले- भाजपा का मुख्य प्रवक्ता घोषित कर देना चाहिए

सभी देखें

नवीनतम

तेलंगाना में 830 किलो गांजा जब्त, 4 करोड़ से ज्‍यादा है कीमत, 2 आरोपी गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, 24 IPS समेत 38 अधिकारियों का हुआ ट्रांसफर

Delhi Airport शीर्ष 10 बड़े हवाई अड्डों में शामिल

Weather Update : दिल्ली में आंधी-बारिश का अनुमान, यलो और ऑरेंज अलर्ट, राजस्‍थान में भीषण गर्मी

Coronavirus की नई लहर के बीच WHO का अलर्ट, देशभर में सक्रिय मामलों की संख्या 1000 के पार

अगला लेख