नई दिल्ली। भारत सहित दुनिया के कई देशों में कोरोना के ओमिक्रॉन वैरिएंट से संक्रमण का खतरा बढ़ता जा रहा है। ब्रिटेन और अमेरिका में कोरोना के दैनिक मामले रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं, वहीं भारत में भी हालात दिन-प्रतिदिन बिगड़ते जा रहे हैं।
रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि ओमिक्रॉन वैरिएंट के मामले जिस तेजी से बढ़ रहे हैं, ऐसे में यह देश में तीसरी लहर का कारण बन सकता है। स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने बताते हैं, कोरोना के तेजी से बढ़ते खतरे को देखते हुए सभी लोगों को कोरोना से बचाव के नियमों का लगातार पालन करते रहना चाहिए, इसमें कोई भी लापरवाही गंभीर समस्याओं का कारण बन सकती है।
सरकार ने होम आइसोलेशन के जो नए नियम जारी किए हैं, वे इस प्रकार हैं- बुजुर्ग मरीजों को डॉक्टर की सलाह पर होम आइसोलेशन की अनुमति मिलेगी। हल्के लक्षण वाले मरीज घर पर ही रहेंगे। उनके लिए प्रॉपर वेंटिलेशन रहना जरूरी है। कोरोना मरीजों को ट्रिपल लेयर मास्क पहनने की सलाह दी गई है। मरीज को ज्यादा से ज्यादा तरल आहार लेने की सलाह दी गई है। एचआईवी संक्रमित, ट्रांसप्लांट कराने वाले और कैंसर के मरीज को डॉक्टर की सलाह पर ही होम आइसोलेशन में रखा जा सकेगा।
इन नियमों को जानना भी जरूरी : बिना लक्षण वाले और हल्के लक्षण वाले मरीज जिनका ऑक्सीजन सेचुरेशन 93 फीसदी से ज्यादा होगा उन्हें ही होम आइसोलेशन में जाने की इजाजत होगी। माइल्ड और एसिम्प्टोमेटिक मरीजों को जिला स्तर के कंट्रोल रूम के सतत संपर्क में रहना होगा। कंट्रोल रूम उन्हें जरूरत पड़ने पर टेस्टिंग और हॉस्पिटल बेड समय पर मुहैया करवा सकेंगे। मरीज को एस्टरॉयड लेने की मनाही है। सिटी स्कैन और चेस्ट एक्सरे बिना डॉक्टर की सलाह के नहीं किए जाएंगे।