नई दिल्ली। कोविड-19 की संक्रमण दर 10 मई को 24.83 प्रतिशत से कम होकर 22 मई को 12.45 फीसदी रह गई है। यह जानकारी शनिवार को केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने दी।
नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि हालांकि मामलों की संख्या में कमी आई है, लेकिन संक्रमण की दर 382 जिलों में अब भी 10 फीसदी से ऊपर है। पॉल ने कहा कि संक्रमण दर, दैनिक मामलों और उपचाराधीन मरीजों की संख्या में कमी आने के साथ कोविड-19 की स्थिति में स्थिरता आ रही है।
स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि 8 राज्यों में उपचाराधीन मरीजों की संख्या एक लाख से अधिक है जबकि 18 राज्यों में संक्रमण दर 15 फीसदी से अधिक है। टीके की बर्बादी पर मंत्रालय ने कहा कि कोविशील्ड की बर्बादी की दर एक मार्च को आठ प्रतिशत से कम होकर अब एक प्रतिशत रह गई है, वहीं कोवैक्सीन की बर्बादी दर इसी अवधि में 17 फीसदी से घटकर चार फीसदी रह गई है।
उन्होंने कहा कि 6 राज्यों में सबसे ज्यादा मौतें हो रही हैं। ये राज्य महाराष्ट्र, कर्नाटक, तमिलनाडु, यूपी, पंजाब और दिल्ली हैं। पॉल ने कहा कि बच्चे कोरोनावायरस फैला सकते हैं लेकिन उनमें हमेशा संक्रमण हल्के स्तर का होता है और मृत्यु दर बहुत ही कम है।
वैक्सीन पासपोर्ट के मुद्दे पर अग्रवाल ने कहा कि मामले को लेकर विश्व स्वास्थ्य संगठन में अभी तक सहमति नहीं बनी है लेकिन चर्चा जारी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक भारत में कोरोनावायरस के रोजाना मामलों की संख्या लगातार छठे दिन तीन लाख से कम रही और एक दिन में 2.57 लाख नए मामले सामने आए।
एक दिन में रिकॉर्ड जांच : केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि देशभर में बीते 24 घंटों के दौरान 20 लाख से ज्यादा कोविड-19 जांच की गईं, जो एक वैश्विक रिकॉर्ड है तथा भारत में एक दिन में की गई जांच की सर्वाधिक संख्या। मंत्रालय ने बताया कि देश भर में अब तक 32 करोड़ से ज्यादा जांच की जा चुकी हैं और कुल संक्रमण दर फिलहाल 7.96 प्रतिशत है।