कनाडा में 55 साल से कम उम्र के लोगों को नहीं लगेगा AstraZeneca का टीका, जानिए क्यों

Webdunia
मंगलवार, 30 मार्च 2021 (17:54 IST)
टोरंटो। कनाडा ने सोमवार को आक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित कोविड-19 टीका 55 साल से कम उम्र के लोगों को लगाने पर रोक लगा दी। सरकार ने यह फैसला इस आयु वर्ग के लोगों में खून के थक्के जमने की दुर्लभ घटना का संबंध टीके की वजह से होने की आशंका के मद्देनजर उठाया। सोमवार को इस आयु वर्ग के लोगों में एस्ट्राजेनेका के टीके लगाने के कार्यक्रम को स्थगित करने की घोषणा करते हुए कहा गया कि टीकाकरण पर बनी राष्ट्रीय परामर्श समिति ने सुरक्षा कारणों से टीकाकरण रोकने की अनुशंसा की है।

ALSO READ: इस देश ने AstraZeneca के टीके पर पाबंदी को 3 महीने और बढ़ाया
टीकाकरण पर राष्ट्रीय परामर्श समिति की अध्यक्षा डॉ. शेली डिक ने कहा कि 55 साल से कम उम्र के लोगों को एस्ट्राजेनेका के टीके देने से होने वाले संभावित खतरे के मुकाबले इसके लाभ को लेकर काफी अनिश्चितता है। 
डिक ने यह अनुशंसा यूरोप से आए आंकड़ों के बीच की है जिसके मुताबिक टीके से खून के थक्के जमने की आशंका प्रत्येक 1 लाख में से 1 मामले में है, जो पूर्व में प्रत्येक 10 लाख में 1 घटना के पूर्वानुमान से कहीं अधिक है।


 
उन्होंने कहा कि यूरोप में एस्ट्राजेनेका का टीका लेने वाले जिन लोगों में खून का थक्का जमने की शिकायत हुई, उनमें अधिकतर 55 साल से कम उम्र की महिलाएं हैं और उनमें मृत्युदर 40 प्रतिशत है। (भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

कौन थे रजाकार, कैसे सरदार पटेल ने भैरनपल्ली नरसंहार के बाद Operation polo से किया हैदराबाद को भारत में शामिल?

कर्नाटक के दक्षिण कन्नड़ में बंजारुमाले गांव में हुआ 100 प्रतिशत मतदान

धीरेंद्र शास्‍त्री के भाई ने फिर किया हंगामा, टोल कर्मचारियों को पीटा

प्रवेश द्वार पर बम है, जयपुर हवाई अड्‍डे को उड़ाने की धमकी

दिल्ली में देशी Spider Man और उसकी Girlfriend का पुलिस ने काटा चालान, बाइक पर झाड़ रहा था होशियारी

बहू को हुआ सास से प्‍यार, पति के साथ नहीं सोने देती है, सास हुई परेशान

UP के डिप्टी सीएम मौर्य बोले, एक और पाकिस्तान बनाने का जहर बो रही है कांग्रेस

धनंजय सिंह को मिली इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत, नहीं लड़ सकेंगे चुनाव

कौन है जेल से 20 दिन की पैरोल पर बाहर आया फलाहारी बाबा, क्‍या था मामला?

कांग्रेस का दावा, 2जी स्पेक्ट्रम मामले में दिखा भाजपा का पाखंड

अगला लेख