नई दिल्ली। COVID-19 update : सरकार ने गुरुवार को कहा कि अंतरराष्ट्रीय उड़ानों से आने वाले कुछ यात्रियों का 24 दिसंबर से रैंडम कोरोना वायरस परीक्षण किया जाएगा। चीन में बढ़ते कोरोना के मामलों को देखते हुए यह फैसला लिया गया है। रैंडम सैंपलिंग के बाद आरटी-पीसीआर किया जाएगा।
इसमें कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने और इंटरनेशल फ्लाइट्स के 2% पैसेंजर्स की रैंडम सैंपलिंग करने का निर्देश दिया गया। 24 दिसंबर से यह लागू होगा।
कई देशों में कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी के बीच केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागर विमानन मंत्रालय को इस संबंध में पत्र लिखा है।
एक आधिकारिक पत्र में कहा गया कि प्रत्येक उड़ान में कुल यात्रियों के दो प्रतिशत तक को आगमन के बाद हवाई अड्डे पर रैंडम परीक्षण से गुजरना होगा। प्रत्येक उड़ान में ऐसे यात्रियों का चयन संबंधित एयरलाइंस द्वारा किया जाएगा।
स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया ने कहा कि प्रोटोकॉल के अनुसार अगर कोई पॉजिटिव केस टेस्ट के बाद सामने आता है तो उनसे संपर्क किया जाएगा और आईसोलेशन में भेजकर उपचार कराया जाएगा।
विदेश मंत्रालय का बड़ा बयान : भारत ने गुरुवार को कहा कि वह चीन में कोविड-19 की स्थिति पर नजर रख रहा है, जहां हाल में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले तेजी से बढ़े हैं।
चीन, जापान, दक्षिण कोरिया, फ्रांस और अमेरिका में कोविड के बढते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार सक्रिय हो गई है। इस सिलसिले में केंद्र सरकार ने बुधवार को एक समीक्षा बैठक की थी।
चीन में संक्रमण के मामलों में वृद्धि से जुड़े सवाल पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने प्रेसवार्ता के दौरान कहा कि हम (चीन में) हालात पर नजर बनाए हुए हैं। हम उम्मीद जताते हैं कि पूरी मानवजाति महामारी से सफलतापूर्वक निपट सकेगी।
उन्होंने कहा कि फिलहाल भारत और चीन के बीच कोई सीधी उड़ान नहीं है। बागची ने कहा कि कोई सलाह या दिशानिर्देश जारी नहीं किया गया है। उन्होंने कहा कि बीजिंग में हमारा दूतावास घटनाक्रम की निगरानी कर रहा है। भाषा