बिहार के मंत्री कपिलदेव कामत का कोरोना से निधन, नीतीश ने इस तरह किया याद

Webdunia
शुक्रवार, 16 अक्टूबर 2020 (10:02 IST)
पटना। बिहार में जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता एवं पंचायती राज मंत्री कपिलदेव कामत का शुक्रवार तड़के निधन हो गया। वह 69 वर्ष के थे।
 
कोरोना से संक्रमित होने के बाद करीब एक सप्ताह पहले उन्हें पटना के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया था। हालांकि वह पहले से किडनी रोग से जूझ रहे थे। एक दिन के अंतराल पर उनका डायलिसिस किया जा रहा था। अचानक स्थिति नाजुक होने के बाद उन्हें वेंटिलेटर पर रखा गया लेकिन कोई सुधार नहीं हुआ और अंतत: उनका निधन हो गया।
 
मुख्यमंत्री एवं जदयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार के काफी करीबी माने जाने वाले कामत मधुबनी जिले के बाबूबरही से विधायक थे। जदयू ने कामत की खराब तबीयत को ध्यान में रखते हुए इस बार के विधानसभा चुनाव में उनकी बहु मीना कामत को बाबूबरही से अपना उम्मीदवार बनाया है।
 
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने उनकी पार्टी जदयू के कद्दावर नेता एवं पंचायती राज मंत्री कपिलदेव कामत के असामयिक निधन पर गहरी शोक-संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि वह जमीन से जुड़े राजनेता थे।
 
कुमार ने शुक्रवार को यहां शोक संदेश में कहा कि कामत जमीन से जुड़े राजनेता थे। वह मंत्रिमंडल में मेरे सहयोगी थे। वह एक कुशल प्रशासक एवं लोकप्रिय राजनेता थे। उनके असामयिक निधन से मुझे व्यक्तिगत रूप से दुख पहुंचा है। उनके निधन से राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र में अपूरणीय क्षति हुई है।

सम्बंधित जानकारी

Show comments

महाराष्ट्र में कौनसी पार्टी असली और कौनसी नकली, भ्रमित हुआ मतदाता

Prajwal Revanna : यौन उत्पीड़न मामले में JDS सांसद प्रज्वल रेवन्ना पर एक्शन, पार्टी से कर दिए गए सस्पेंड

क्या इस्लाम न मानने वालों पर शरिया कानून लागू होगा, महिला की याचिका पर केंद्र व केरल सरकार को SC का नोटिस

MP कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी और MLA विक्रांत भूरिया पर पास्को एक्ट में FIR दर्ज

टूड्रो के सामने लगे खालिस्तान जिंदाबाद के नारे, भारत ने राजदूत को किया तलब

कोविशील्ड वैक्सीन लगवाने वालों को साइड इफेक्ट का कितना डर, डॉ. रमन गंगाखेडकर से जानें आपके हर सवाल का जवाब?

Covishield Vaccine से Blood clotting और Heart attack पर क्‍या कहते हैं डॉक्‍टर्स, जानिए कितना है रिस्‍क?

इस्लामाबाद हाई कोर्ट का अहम फैसला, नहीं मिला इमरान के पास गोपनीय दस्तावेज होने का कोई सबूत

पुलिस ने स्कूलों को धमकी को बताया फर्जी, कहा जांच में कुछ नहीं मिला

दिल्ली-NCR के कितने स्कूलों को बम से उड़ाने की धमकी, अब तक क्या एक्शन हुआ?

अगला लेख