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केजरीवाल बोले, कोरोना को हराने के लिए सब एकसाथ 'टीम इंडिया' बनकर करें काम

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, गुरुवार, 27 मई 2021 (15:48 IST)
नई दिल्ली। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली समेत पूरे देश में वैक्सीन की भारी किल्लत पर कहा कि कोरोना को हराने के लिए सभी राज्य सरकारों को केंद्र सरकार के साथ टीम इंडिया बन कर काम करना होगा। केंद्र सरकार ने राज्यों पर वैक्सीन खरीदने की जिम्मेदारी डाल दी है, लेकिन अभी तक एक भी राज्य वैक्सीन खरीदने में सफल नहीं हुआ है।

केंद्र सरकार और राज्य सरकारों की अपनी-अपनी जिम्मेदारी है। हम अपनी हर जिम्मेदारी पूरी करेंगे, लेकिन जो काम हमारा है ही नहीं, वह काम राज्य सरकारें कैसे करें? केंद्र सरकार हमें वैक्सीन लाकर दे, जनता को वैक्सीन को लगाने का काम हमारा है। सीएम ने कहा कि 6 महीने पहले कई देश अपने लोगों को व्यापक स्तर पर वैक्सीन लगा रहे थे। मेरा मनना है कि उस वक्त हमने बहुत बड़ी गलती कर दी। हमने अपने लोगों को वैक्सीन लगाने की बजाय अपनी वैक्सीन दूसरे देशों को भेजना शुरू कर दी। अगर हम दिसंबर में युद्धस्तर पर वैक्सीन का उत्पादन बढ़ाकर भारतीयों का वैक्सीनेशन शुरू कर दिए होते तो शायद दूसरी लहर के प्रकोप से देश को बचाया जा सकता था।
 
सीएम ने कहा कि देश ने 6 महीने खो दिए हैं। अब और देरी की गई तो न जाने कितनी जानें जाएंगी और कितने घर बर्बाद हो जाएंगे। दिल्ली में वैक्सीन न खत्म होने से 4 दिनों से युवाओं के वैक्सीनेशन सेंटर बंद हैं, केंद्र सरकार से वैक्सीन मांगी है, लेकिन अभी तक नहीं मिली है- अरविंद केजरीवाल मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज डिजिटल प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि दिल्ली में युवाओं की वैक्सीन खत्म हो गई है। पिछले 4 दिनों से युवाओं के वैक्सीनेशन सेंटर बंद पड़े हैं।
 
बुजुर्गों की कोवैक्सीन भी खत्म हो गई है। हमने केंद्र सरकार को लिखा है, लेकिन अभी तक वैक्सीन आई नहीं है। यह केवल दिल्ली की बात नहीं है, बल्कि देशभर में कई टीकाकरण केंद्र बंद हो गए हैं। इतनी महामारी के दौर में इस वक्त तो हमें रोज नए-नए केंद्र खोलने चाहिए थे। ऐसे वक्त में मौजूदा केंद्र भी बंद हो रहे हैं, यह अच्छी बात है। देश में वैक्सीन की जबरदस्त किल्लत है। मुझे लगता है कि पिछले महीनों में कई बड़ी गलतियां हुई हैं। अगर अपने देश के लोगों को सही समय पर वैक्सीन लगा दी जाती तो शायद दूसरी लहर के प्रकोप को काफी कम किया जा सकता था। कई लोगों की जान बचाई जा सकती थी, कई घर बर्बाद होने से बच सकते थे। कोरोना की दूसरी लहर देश के लिए बेहद घातक साबित हुई है। शायद ही ऐसा कोई परिवार हो, जो कोरोना से अछूता रहा हो। न जाने कितने लोगों ने अपनों को खोया है?

 
कितने घरों के चिराग बुझ गए? न जाने कितने घरों के बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया? न जाने कितनों ने अपनी मां, भाई, बहन और अपने प्रियजनों को खोया है। 
 
अगर हम दिसंबर में युद्धस्तर पर वैक्सीन का उत्पादन और भारतीयों को वैक्सीनेशन का काम शुरू कर दिए होते तो शायद दूसरी लहर के प्रकोप से देश को बचाया जा सकता था। केजरीवाल ने कहा कि भारत ने 6 महीने की देरी कर दी। आज से 6 महीने पहले दुनिया के कई देशों ने अपने लोगों को व्यापक स्तर पर वैक्सीन लगाना शुरू कर दिया था।
 
हमने उस वक्त बहुत बड़ी गलती कर दी। अपने लोगों को वैक्सीन लगाने की बजाय अपनी वैक्सीन दूसरे देशों को भेजनी चालू कर दी। जब दुनिया के दूसरे देश अपने-अपने लोगों को बड़े स्तर पर वैक्सीन लगा रहे थे, तब हम अपने लोगों को वैक्सीन लगाने की बजाय अपनी वैक्सीन दुनिया के दूसरे देशों को भेज रहे थे। दुनिया की सबसे पहली वैक्सीन भारत के वैज्ञानिकों ने बनाई। हमें उसी वक्त युद्धस्तर पर उत्पादन शुरू कर देना चाहिए था और युद्धस्तर पर सभी भारतीयों को वैक्सीन लगाने का काम शुरू कर देना चाहिए था। यह काम हम दिसंबर से शुरू कर सकते थे, लेकिन हमने ऐसा नहीं किया। अगर उस वक्त समय पर देश को वैक्सीन लगा देते तो शायद दूसरी लहर के प्रकोप से देश को बचाया जा सकता था। खैर, जो हुआ, उसका अब कुछ कर नहीं सकते।
 
मार्च में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हुई थी और उसी वक्त दुनियाभर से वैक्सीन मंगाकर अपने लोगों को लगा देनी चाहिए थी। केजरीवाल ने कहा कि मुझे दुख इस बात का है कि आज भी हम उतनी गंभीरता के साथ काम नहीं कर रहे हैं। मार्च में कोरोना की दूसरी लहर शुरू हुई। हमें उसी वक्त दुनियाभर से वैक्सीन मंगवा कर अपने लोगों को लगा देनी चाहिए थी, लेकिन उस वक्त सभी राज्यों को कह दिया गया कि आप अपना-अपना देख लो। सभी राज्य अपना-अपना इंतजाम कर लो। इसके बाद सभी राज्य वैक्सीन लेने के लिए पूरी शिद्दत के साथ लग गए। मैं कई मुख्यमंत्रियों के संपर्क में हूं। लगभग हर मुख्यमंत्री ने वैक्सीन लाने में कोई कसर नहीं छोड़ी। पिछले 2 महीनों से देश का हर राज्य वैक्सीन की जुगाड़ करने में लगा हुआ है। मेरी जानकारी के मुताबिक, अभी तक कोई भी राज्य शायद वैक्सीन का एक भी अतिरिक्त टीके का इंतजाम नहीं कर पाया है। उन वैक्सीन को छोड़ दें, जो केंद्र सरकार ने दिया है।
 
केंद्र सरकार से मिली वैक्सीन को छोड़कर कोई भी राज्य अपने प्रयासों से किसी भी कंपनी से एक भी अतिरिक्त टीके का इंतजाम नहीं कर पाया है। वैक्सीन कंपनियों ने साफ-साफ कह दिया कि वे राज्य सरकारों से बात नहीं करेंगे, केवल केंद्र सरकार से बात करेंगे। कई राज्य सरकारों ने ग्लोबल टेंडर निकाले, सारे टेंडर फेल हो गए। एक भी वैक्सीन का टीका अभी तक नहीं आया है तो फिर देश वैक्सीन क्यों नहीं खरीद रहा है? यह वक्त देश को एक होकर काम करने का है।

 
केजरीवाल ने कहा कि इस वक्त हमारा देश कोरोना महामारी के खिलाफ युद्ध कर रहा है। ऐसे युद्ध के समय हम यह नहीं कह सकते कि सब राज्य सरकारें अपना-अपना देख लें। कल को अगर पाकिस्तान भारत से युद्ध करता है तो यह थोड़ी कहेंगे कि राज्य सरकारें अपना-अपना देख लें। यूपी वाले अपने टैंक खरीद लें, दिल्ली वाले अपने हथियार खरीद लें। ऐसे थोड़ी होता है। हम यह युद्ध किसी भी कीमत पर हार नहीं सकते हैं। भारत यह युद्ध किसी भी कीमत पर हार नहीं सकता और कोई भी सरकार यह युद्ध हार नहीं सकती। यदि केंद्र सरकार हारती है तो भाजपा नहीं हारेगी, इंडिया हारेगा। यदि दिल्ली सरकार हारती है तो आम आदमी पार्टी नहीं हारेगी, भारत हारेगा। यदि महाराष्ट्र सरकार हारती है तो शिवसेना नहीं हारेगी, भारत हारेगा। यह वक्त भारत देश को एक होकर काम करने का है। अलग-अलग राज्य सरकारों को अलग-अलग एक-दूसरे से प्रतियोगिता में काम करने का नहीं है। यह वक्त देश के 36 राज्य और यूटी सरकारों को केंद्र सरकार के साथ मिलकर टीम इंडिया बन कर काम करने का है।यह वक्त देश के 130 करोड़ लोगों को एक होकर इस महामारी से मुकाबला करने का है।
 
केजरीवाल ने कहा कि मैं प्रधानमंत्री को कहना चाहता हूं कि इस वक्त देश के सभी मुख्यमंत्री अपनी-अपनी राजनीति से ऊपर उठकर अपनी पार्टीबाजी से ऊपर उठकर देश के सिपाही बनकर आपके साथ काम कर रहे हैं। आप हमें जिम्मेदारी दीजिए, हम हर जिम्मेदारी पूरी करेंगे। लेकिन जो काम हमारा है ही नहीं, वह काम राज्य सरकारें कैसे करें। जो काम केंद्र सरकार को करने का है, वह काम तो केंद्र सरकार को करना ही पड़ेगा न, उसे हम कैसे करें? आप जितनी जरूरत है, उतनी वैक्सीन लाकर हर राज्य को दे दीजिए। वैक्सीन को जनता को लगाने का काम हमारा है, वह काम हम करेंगे। देश ने 6 महीने खो दिए हैं। कई घर बर्बाद हो गए। कई जानें चली गईं। अब और देरी की गई तो न जाने कितने और घर बर्बाद हो जाएंगे और न जाने कितनी जानें चली जाएंगी। कोरोना को हराने के लिए हम सबको मिलकर टीम इंडिया बन कर काम करना पड़ेगा।

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