मध्य प्रदेश : भेल भोपाल में ऑक्सीजन सिलेंडर भरवाने के लिए लगी लंबी कतारें

Webdunia
शनिवार, 24 अप्रैल 2021 (17:44 IST)
भोपाल। मध्य प्रदेश में मरीजों के लिए ऑक्सीजन की कमी के बीच भारत हेवी इलेक्ट्रकल्स लिमिटेड (भेल), भोपाल अपने संयत्र में चौबीसों घंटे चिकित्सकीय ऑक्सीजन के उत्पादन में जुटा है, लेकिन इसके वाबजूद सिलेंडर भरवाने के लिए लोगों की अपने वाहनों के साथ लंबी-लंबी कतारें संयंत्र परिसर में लगी हुई हैं।

भेल भोपाल के महाप्रबंधक (जनसंपर्क) राघवेन्द्र शुक्ला ने शनिवार को बताया कि मध्य प्रदेश सरकार के अनुरोध पर भेल भोपाल एक सप्ताह से अधिक समय से प्रतिदिन अपने संयंत्र में अपनी पूरी क्षमता के अनुसार करीब 5000 क्यूबिक मीटर चिकित्सकीय ऑक्सीजन का उत्पादन कर रहा है।

उन्होंने कहा, इससे पहले 10 अप्रैल को हमने राज्य सरकार को बताया था कि हम केवल 1800 क्यूबिक मीटर चिकित्सकीय ऑक्सीजन का बंदोबस्त कर सकते हैं। लेकिन इसकी मांग बढ़ने लगी और हम अपने संयंत्र को चौबीसों घंटे चला रहे हैं एवं 18 अप्रैल से प्रतिदिन अपनी पूरी क्षमता 5000 क्यूबिक मीटर चिकित्सकीय ऑक्सीजन का उत्पादन कर रहे हैं।
ALSO READ: Coronavirus वैक्सीनेशन के लिए बहुत ही आसान है रजिस्ट्रेशन, जानिए पूरी प्रक्रिया...
शुक्ला ने बताया कि यह ऑक्सीजन गैस के रूप में है और इसे भेल भोपाल के संयंत्र में चिकित्सकों एवं अस्पतालों की सिफारिश पर सिलेंडरों में भर कर दिया जा रहा है। उन्होंने दावा किया कि संयंत्र में चिकित्सकीय ऑक्सीजन के लिए लोगों को लंबे समय तक प्रतीक्षा नहीं करनी पड़ रही है, क्योंकि भेल भोपाल में इसका उत्पादन एवं आपूर्ति चौबीसों घंटे की जा रही है।
ALSO READ: Coronavirus के सभी वैरिएंट पर प्रभावी है Vaccine
शुक्ला ने कहा कि ऑक्सीजन का पूरा उत्पादन चिकित्सकीय उद्देश्य से कराया जा रहा है और औद्योगिक उपयोग के लिए इसकी आपूर्ति संयंत्र ने बंद कर दी है। उन्होंने कहा कि हमारे संयंत्र का परिसर केन्द्रीय औद्योगिक सुरक्षाबल (सीआईएसएफ) की सुरक्षा में है और इसलिए इस परिसर में प्रवेश के लिए अस्पताल के चिकित्सकों की ऑक्सीजन लाने के लिए सिफारिश जरूरी है।
ALSO READ: खुशखबर, हर तरह के Coronavirus पर असरदार साबित हो सकता है नया टीका! सिर्फ 75 रुपए रहेगी एक डोज की कीमत
इसी बीच, प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि चिकित्सकीय ऑक्सीजन के सिलेंडर के लिए भेल भोपाल में लंबी-लंबी कतारें लगानी पड़ रही हैं। उन्होंने कहा, खाली सिलेंडरों के साथ लोगों और अस्पताल के प्रतिनिधियों की अपने वाहनों के साथ कतारें इतनी लंबी है कि उन्हें अपनी बारी के लिए छह से सात घंटे तक प्रतीक्षा करनी पड़ती है।
ALSO READ: Coronavirus की चपेट में आए राजनीति के ये 10 दिग्गज
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को ट्वीट किया, आज केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर से फोन पर चर्चा की और भोपाल स्थित भेल प्लांट से भोपाल के अस्पतालों के लिए और अधिक ऑक्सीजन की आपूर्ति पर बात की। भेल के ईडी (एक्जीक्यूटी डायरेक्टर) इस संबंध में आज शाम मिलकर इस विषय पर विस्तृत चर्चा करेंगे। इस बीच, मध्य प्रदेश जनसंपर्क विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि केंद्र सरकार से 22 अप्रैल से 643 मीट्रिक टन प्रतिदिन ऑक्सीजन आपूर्ति की स्वीकृति मिली है।

उन्होंने कहा कि गुरुवार को राज्य को 463 मीट्रिक टन ऑक्सीजन की आपूर्ति हुई। ऑक्सीजन की आपूर्ति को सुचारू बनाने के लिए राज्य सरकार द्वारा 2000 ऑक्सीजन कंसंट्रेटर खरीदे गए हैं। प्रदेश के 34 जिलों में स्थानीय व्यवस्था से 1000 से अधिक ऑक्सीजन कंसंट्रेटर्स लगाए जा चुके हैं।(भाषा)

सम्बंधित जानकारी

Show comments

जरूर पढ़ें

बांग्लादेश में कई हिंदू मंदिरों पर हुआ हमला, भारत ने जताई चिंता, सरकार से की यह मांग

क्या महाराष्ट्र में सरप्राइज देगी BJP, एकनाथ शिंदे डिप्टी CM बनने को तैयार

अडाणी की 11 कंपनियों में से 5 के शेयरों में तूफानी तेजी, 8 दिन में बदल गए हालात, 15 प्रतिशत तक की बढ़ोतरी

हेमंत सोरेन ने झारखंड के 14वें मुख्यमंत्री के रूप में शपथ ली, INDIA की 10 पार्टियों के नेता मौजूद रहे

Honda Activa e की इंट्री, Ola, Ather, TVS और Bajaj की उड़ी नींद, फीचर्स से मचा देगी धमाल

सभी देखें

नवीनतम

कौन होगा महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री, शाह के साथ महायुति के नेताओं का देर रात तक मंथन

Krishna Janmabhoomi : श्रीकृष्ण जन्मभूमि केस की सुनवाई 4 दिसंबर तक टली, हिंदू पक्ष ने दाखिल किए हैं 18 मुकदमे

Waqf Issue : केरल में मुनंबम जमीन विवाद की जांच करेगा न्यायिक आयोग

LIVE: एकनाथ शिंदे संग अमित शाह और जेपी नड्डा की मीटिंग जारी, देवेंद्र फडणवीस-अजित पवार भी पहुंचे

कांग्रेस कार्य समिति की बैठक 29 नवंबर को, महाराष्‍ट्र और हरियाणा की हार पर होगा मंथन

अगला लेख