लंदन। कोरोनावायरस (Coronavirus) महामारी की उत्पत्ति का पता लगाने में मदद के लिए विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) द्वारा गठित विशेषज्ञ समूह ने कहा है कि इस बारे में और अध्ययन करने की जरूरत है। समूह ने कहा कि वायरस के प्रयोगशाला से लीक होने के सिद्धांत पर और अधिक विस्तृत रूप से अध्ययन किया जाना चाहिए।
विशेषज्ञ समूह का यह रुख महामारी की उत्पत्ति के बारे में डब्ल्यूएचओ के प्रारंभिक मूल्यांकन से अलग है। पिछले साल डब्ल्यूएचओ इस निष्कर्ष पर पहुंचा था कि इस बात की 'बहुत कम आशंका' है कि कोविड-19 एक प्रयोगशाला से मनुष्यों में फैला था।
डब्ल्यूएचओ के विशेषज्ञ समूह ने गुरुवार को जारी एक रिपोर्ट में कहा कि महामारी की उत्पत्ति कैसे हुई यह समझाने के लिए मुख्य डेटा अब भी उपलब्ध नहीं है। वैज्ञानिकों ने कहा कि समूह सभी उचित परिकल्पनाओं के व्यापक परीक्षण को ध्यान में रखते हुए भविष्य में उपलब्ध होने वाले सभी वैज्ञानिक साक्ष्यों को अपने पास रखेगा।
समूह ने कहा कि चूंकि पहले भी प्रयोगशाला से बीमारियां फैलने के मामले सामने आ चुके हैं, इसलिए इस सिद्धांत को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।(भाषा)