कोरोनावायरस (Coronavirus) के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन (Omicron) ने दुनिया के कई देशों की चिंता बढ़ा दी है। इस बीच नीदरलैंड की सरकार ने भी राष्ट्रव्यापी सख्त लॉकडाउन (Lockdown) की घोषणा कर दी है।
नीदरलैंड के कार्यवाहक प्रधानमंत्री मार्क रूट ने ट्वीट कर बताया कि सरकार ने देश में कोरोनावायरस के ओमिक्रॉन वेरिएंट के बढ़ने के डर से सख्त लॉकडाउन लगाने की घोषणा की है। हेग में कल एक संवाददाता सम्मेलन में प्रधानमंत्री रूट ने कहा, मैं इससे उदास हूं कि नीदरलैंड में फिर से लॉकडाउन लगेगा।
रूट ने कहा कि देश में फिर से लॉकडाउन लगने जा रहा है, यह कदम ओमिक्रॉन संस्करण की वजह से पांचवीं लहर के कारण लगाया जा रहा है। देश में स्कूल, विश्वविद्यालय और सभी गैर-जरूरी स्टोर, बार और रेस्तरां 14 जनवरी तक बंद रहेंगे। केवल क्रिसमस और नए साल चार मेहमानों को अनुमति होगी। अन्य दिन केवल दो लोगों को ही अनुमति होगी।
जर्मनी ने लगाई ब्रिटेन के यात्रियों पर पाबंदी : जर्मनी ने कोविड-19 के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के प्रसार को रोकने के लिए ब्रिटेन से आने वाले अधिकांश यात्रियों पर कड़ी पाबंदी लगा दी है। यह पाबंदी हालांकि ब्रिटेन से वापस आने वाले जर्मन नागरिकों और निवासियों पर लागू नहीं होगी। ब्रिटेन से जर्मनी लौटने वाले नागरिकों को हालांकि कोविड टीका लगाने के बावजूद अपनी निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी और दो सप्ताह के लिए खुद को क्वारंटीन करना होगा। यह नियम सोमवार से लागू किए जाएंगे।
ऑस्ट्रेलिया में बूस्टर डोज लगाने पर जोर : ऑस्ट्रेलिया के न्यू साउथ वेल्स प्रांत में कोरोना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनजर प्रशासन ने लोगों से बूस्टर डोज लगाने की अपील की है ताकि किसी तरह की पाबंदी से बचा जा सके। न्यू साउथ वेल्स के स्वास्थ्य मंत्री ब्रेड हज्जार्ड ने रविवार को सभी पात्र नागरिकों से कोरोना टीके की बूस्टर डोज लगाने की अपील की। राज्य में कोरोना के नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के कुल 313 मामले सामने आ चुके हैं।
8.65 अरब को लगी कोरोना वैक्सीन : विश्व में कोरोनावायरस महामारी से लोगों को बचाए जाने के अभियान में विभिन्न देशों द्वारा अभी तक 8 अरब 65 करोड़ 74 लाख 12 हजार 210 लोगों का टीकाकरण हो चुका है। जॉन हॉपकिंस विश्वविद्यालय के अनुसार इस वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बढ़कर 27 करोड़ 41 लाख 68 हजार 137 हो गई है तथा अब तक 53 लाख 49 हजार 431 लोगों की मौत हो चुकी है। दुनियाभर में इस समय अमेरिका. जर्मनी, ब्रिटेन, फ्रांस, रूस इस महामारी से सबसे अधिक प्रभावित हैं।